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तिरुपति लड्डू घोटाला: सीबीआई की एसआईटी ने चार लोगों को किया गिरफ्तार

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तिरुपति के प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं में मिलावट के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के नेतृत्व वाली विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक विपिन जैन और पोमिल जैन, वैष्णवी डेयरी के अपूर्व चावड़ा और एआर डेयरी के राजू राजशेखरन के रूप में हुई है।

आपको बता दे कि एसआईटी जांच में पता चला कि घी की आपूर्ति में अनियमितताएं थीं। वैष्णवी डेयरी ने एआर डेयरी के नाम पर टेंडर हासिल किया और घी की आपूर्ति में फर्जी रिकॉर्ड तैयार किए। जांच में यह भी सामने आया कि वैष्णवी डेयरी ने यह झूठा दावा किया कि वह भोले बाबा डेयरी से घी प्राप्त कर रही थी, जबकि असल में भोले बाबा डेयरी के पास तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) की मांग को पूरा करने की क्षमता नहीं थी।

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 4 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी और वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सांसद वाई वी सुब्बा रेड्डी की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए पशु चर्बी मिलाने के आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था। इसके बाद, सीबीआई के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम बनाई गई, जिसमें दो अधिकारी केंद्रीय एजेंसी से, दो आंध्र प्रदेश पुलिस से और एक भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) से शामिल किया गया।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के दौरान तिरुपति लड्डू तैयार करने में पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। उनके इस बयान से राज्य की राजनीति में बड़ा विवाद खड़ा हो गया था।

एसआईटी अब सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और खाद्य सामग्री की गुणवत्ता जांचने के लिए एफएसएसएआई की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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