लद्दाख में ड्रैगन से तनातनी के दौरान चीन अपने हैकर्स की मदद से भारत में ब्लैकआउट कराने की फिराक में था। इस बात का खुलासा और दावा अमेरिकी मीडिया न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक स्टडी के हवाले से किया है। दरअसल उनका मानना है कि चीनी हैकर्स की फौज ने अक्टूबर में मात्र पांच दिनों के अंदर भारत के पॉवर ग्रिड, आईटी कंपनियों और बैंकिंग सेक्टर्स पर 40500 बार साइबर अटैक किया था। इस स्टडी में कहा गया है कि जून में गलवान घाटी झड़प के चार महीन बाद 12 अक्टूबर को मुंबई में हुए ब्लैकआउट में चीन का हाथ था।
Recorded Future's Insikt Group has revealed details of a cyber campaign conducted by a China-linked group, named #RedEcho, targeting India's power sector. Read more: https://t.co/J7aUpWkyBe pic.twitter.com/AO2Ib0heDA
— Recorded Future (@RecordedFuture) February 28, 2021
क्या चीनी साइबर अटैक से गई थी देश की आर्थिक राजधानी ‘मुंबई’ की बिजली?
बीते साल मुंबई में ब्लैक आउट भारत के पावर ग्रिड के खिलाफ एक व्यापक चीनी साइबर अभियान के हिस्से के रूप में चलाई जा रहे कैंपन का परिणाम था। दरअसल चीन यह दिखाने की कोशिश में था कि अगर सीमा पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई तो वह भारत के अलग-अलग पावर ग्रिड पर मैलवेयर अटैक कर उन्हें बंद कर देगा। इतना ही नहीं इस स्टडी में यह भी जग ज़ाहिर है कि उन दिनों चीनी मैलवेयर भारत में बिजली की सप्लाई को नियंत्रित करने वाली प्रणालियों में घुस चुके थे। जिसमें हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन सबस्टेशन और थर्मल पावर प्लांट भी शामिल थे।
Some Sunday night @nytimes reading from @SangerNYT and @emilyschmall around new research from Insikt Group on #RedEcho: https://t.co/DTBw5AuJqA pic.twitter.com/fmWR0My1sT
— Recorded Future (@RecordedFuture) March 1, 2021
अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी कंपनी ‘रिकॉर्डेड फ्यूचर’ का है दावा।
बता दे अमेरिका की साइबर सिक्योरिटी कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर (Recorded Future) की रिपोर्ट में भारत के बिजली सप्लाई लाइन में चीन की घुसपैठ का दावा किया गया है। यह कंपनी सरकारी एजेंसियों के साथ इंटरनेट के उपयोग की स्टडी करती है।
पावर ग्रिड और ट्रांसमिशन लाइन में चीनी हैकर्स की घुसपैठ की वजह से बिजली सप्लाई हुई थी बाधित।
रिकॉर्डेड फ्यूचर के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर स्टुअर्ट सोलोमन के मुताबिक – कथित रूप से चीन की सरकारी हैकर्स की रेड इको नाम की फर्म ने गुपचुप तरीके से भारत के एक दर्जन से ज्यादा पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन लाइन मे घुसपैठ के लिए अडवांस साइबर हैकिंग के तकनीकों का व्यवस्थित रूप से उपयोग किया था। उस समय ही मुंबई में पावर ग्रिड फेल होने से बिजली सप्लाई बाधित हो गई थी।
Make sure to read our full report here on the #RedEcho campaign targeting India's power sector: https://t.co/y4JBtls3Dq
— Recorded Future (@RecordedFuture) March 1, 2021
12 अक्टूबर को क्या हुआ था मुंबई में?
बता दे 12 अक्टूबर 2020 की सुबह मुंबई में अचानक से बिजली सप्लाई बंद होने से हड़कंप मच गया था। इसी बत्ती गुल की वजह से कोरोना की मार झेल रहे मुंबई के अस्पतालों में वेंटिलेटर्स काम करना बंद कर दिए थे। हालांकि, 2 घंटे के मशक्कत के बाद फिर से पावर सप्लाई को चालू कर दिया गया था।