भारतीय मूल की कनाडाई रैपर टॉमी जेनेसिस अपने नए म्यूजिक वीडियो ‘True Blue’ को लेकर विवादों में घिर गई हैं। वीडियो में टॉमी सुनहरे रंग की बिकिनी पहने और पूरे शरीर पर नीला रंग लगाए नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस लुक को हिंदू देवी काली की तरह बताया और इसे धार्मिक भावनाओं का अपमान करार दिया।
टॉमी जेनेसिस का असली नाम यास्मीन मोहनराज है। वह कनाडा के वैंकूवर में पैदा हुईं और पली-बढ़ीं। उनके पिता दक्षिण भारत के तमिल-मलयाली ईसाई हैं और मां स्वीडन से हैं। टॉमी एक ईसाई परिवार में बड़ी हुईं, लेकिन उन्होंने कई बार अपने दक्षिण भारतीय और एशियाई मूल को अपनाने की बात कही है।
टॉमी ने एमिली कार यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट एंड डिजाइन से फिल्म और स्कल्पचर (मूर्तिकला) की पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने म्यूजिक बनाना शुरू किया। साल 2013 में उनका पहला मिक्सटेप ‘World Vision’ आया, जिसके बाद 2018 में उन्होंने अपना पहला एल्बम ‘Tommy Genesis’ रिलीज किया। उनका गाना ‘100 Bad’ पॉप सिंगर चार्ली एक्ससीएक्स के रीमिक्स के बाद काफी चर्चित हुआ।
टॉमी ने अब तक लाना डेल रे और चार्ली एक्ससीएक्स जैसे नामी कलाकारों के साथ काम किया है। वह केल्विन क्लीन के फैशन कैंपेन और मर्सिडीज बेंज फैशन वीक में तमिल मूल की कलाकार एम.आई.ए. के साथ भी नजर आ चुकी हैं। हालांकि True Blue वीडियो को लेकर अब उन्हें सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है। वीडियो में हिंदू और ईसाई धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल को कई यूजर्स ने असंवेदनशील और अपमानजनक बताया है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टॉमी ने Office Magazine से बातचीत में कहा, “अगर आपको पसंद है तो अच्छा है, और अगर नहीं है तो ठीक है। ये आपके लिए नहीं भी हो सकता—आपकी सोच, आपकी जिंदगी की स्थिति या आपके विश्वासों के कारण।”
टॉमी की इस सफाई के बावजूद विवाद थमा नहीं है और लोग सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं से खेलने को लेकर नाराजगी जता रहे हैं। यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि क्या रचनात्मक स्वतंत्रता के नाम पर धार्मिक प्रतीकों का ऐसा इस्तेमाल ठीक है?
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