Hindi Newsportal

फैक्ट चेक: पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी करते युवक की पुरानी तस्वीर वायरल, पढ़िए पूरा सच

0 1,803

फैक्ट चेक: पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी करते युवक की पुरानी तस्वीर वायरल, पढ़िए पूरा सच

 

राजस्थान के करौली में हुई हिंसा के बाद से सोशल मीडिया पर कई तरह के सांप्रदायिक पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी सांप्रदायिक एंगल के साथ खूब वायरल हो रही है। तस्वीर एक पुलिसकर्मी और एक युवक की है, जहां युवक को पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी करते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान युवक पुलिसकर्मी का मुंह दबोचते हुए दिखाई दे रहा है। इसी तस्वीर को इंटरनेट पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह फोटो जोधपुर के घंटाघर क्षेत्र से है। जहां अतिक्रमण हटाने के आदेश पर अव्यवस्थित खड़े ठेलों पर कार्रवाई हुई तो समुदाय विशेष से ताल्लुक रखने वाले युवक ने पुलिस कॉन्स्टेबल का मुंह पकड़ लिया। ट्रैफिक पुलिसकर्मी हवलदार हैं और उनका नाम शोभाराम है।

फेसबुक पर इस तस्वीर को हिंदी भाषा के कैप्शन के साथ शेयर करते हुए लिखा गया, आत्मनिर्भर बनिये,संगठित रहिये सुरक्षा के लिये पुलिस के भरोसे कतई न रहें इस तेवर को गौर से देखो चित्र जोधपुर के घंटाघर क्षेत्र का है अतिक्रमण हटाने के आदेश पर अव्यवस्थित खड़े ठेलों पर कारवाई हुई तो जिहादियों ने घेर लिया और पुलिस कॉन्स्टेबल के साथ ऐसा व्यवहार हुआ पुलिसकर्मी ट्रैफिक हवलदार है, नाम शोभाराम। डरने के लिए इतना ही पर्याप्त है कि जो तेवर दिखा रहा है वो और आसपास घेरकर खड़े लोग सरकार के प्राणप्रिय special-72 समुदाय के ही हैं ये हिम्मत कहाँ से आ रही है? इसकी धार्मिक मान्यता से? या इसके मजबूत सामाजिक कवच से? एक तरफा वोटिंग से? ये राजस्थान मे केवल 8 % हैं। इसे पता है कि ये कॉन्स्टेबल मारा भी गया तो ये व्यवस्था इसका कोई खास बिगाड़ नहीं सकती है। ये गलत वोट की चोट है’

 

 

फेसबुक पर वायरल हो रहे पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

 

फैक्ट चेक: 

 

न्यूज़मोबाइल ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर कई वर्ष पुरानी है। इसका हालिया दिनों से संबंध नहीं है।

 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर की जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माधयम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल तस्वीर एक ट्विटर पोस्ट में मिली। बता दें यह पोस्ट ट्विटर के Bhagvatee नामक यूज़र द्वारा जून 03, 2020 को किया गया था।

उपरोक्त मिले ट्वीट से हमने पता चला कि वायरल तस्वीर साल 2020 में भी सोशल मीडिया पर मौजूद थी, इससे हमें वायरल तस्वीर के और पुरानी होने की आशंका हुई। जिसके बाद वायरल तस्वीर की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के साथ ही साथ कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजना शुरू किया।

जिसके बाद हमें वायरल तस्वीर lionexpress.in नामक वेबसाइट पर साल 2016 में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट में मिली। इस दौरान तस्वीर के साथ कैप्शन में लिख गया था कि ‘ठेले हटाए तो तोड़ी हदें, हैड कांस्टेबल से बदतमीजी, मना किया तो पकड़ा मुंह ‘  .

 

वेबसाइट पर जानकारी दी गयी थी कि हैडकांस्टेबले का नाम शोभाराम है। लेकिन युवक के बारे में कोई जानकारी प्रकाशित नहीं हुई। हालांकि उपरोक्त वेबसाइट पर मिली वायरल तस्वीर से यह जरूर साफ़ हो गया कि वायरल तस्वीर साल 2016 के दौरान की है।

प्राप्त जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें पत्रिका नामक वेबसाइट पर भी वायरल तस्वीर से संबंधित एक रिपोर्ट मिली जो मई 28, 2016 को प्रकाशित हुई थी।

रिपोर्ट में हेड कॉन्स्टेबल शोभाराम के बयान का जिक्र करते हुए जानकारी दी गयी है कि जोधपुर के घंटाघर के ट्रैफिक में बाधा बन रहे ठेले वालों को हटाने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने जब ठेले वालों को हटने को कहा तो वह नहीं माने। कार्रवाई करने पर उन लोगों ने हेड कॉन्स्टेबल को घेर लिया और दादागिरी करने लगे। उन्होंने कहा इसी दौरान एक युवक ने तो उनका मुंह भी पकड़ लिया। यहां कहीं भी मुंह दबोचने वाले युवकों के समुदाय का जिक्र नहीं किया गया है।

 

वायरल तस्वीर की पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल तस्वीर जोधपुर से तो है लेकिन इसका हालिया दिनों से कोई संबंध नहीं है।  अपनी पड़ताल में हमने पाया कि वायरल तस्वीर की यह घटना साल 2016 के दौरान की है।

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.