एक महत्वपूर्ण सफलता में, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घोषणा की कि उन्होंने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों की पांच प्रमुख मांगों में से तीन को स्वीकार कर लिया है. आंदोलनकारी डॉक्टरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक के बाद, सीएम बनर्जी राज्य के स्वास्थ्य विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों, डिप्टी कमिश्नर (उत्तर) अभिषेक गुप्ता और कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को हटाने पर सहमत हुए.
डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए एक टास्क फोर्स का भी गठन किया जाएगा, जिसका लक्ष्य अस्पतालों में सुरक्षा उपायों में सुधार करना और चिकित्सा समुदाय द्वारा उठाई गई चिंताओं को दूर करना है. इसके अलावा, अस्पतालों के कामकाज की देखरेख करने वाली रोगी कल्याण समिति का पुनर्गठन किया जाएगा.
Smt. @MamataOfficial stands to ensure the welfare of the people of Bengal and in the same spirit has kept the demands of the junior doctors. The following steps shall be taken:
👉🏻 CP Kolkata & DC North to be removed
👉🏻 Task Force for safety of doctors to be constituted
👉🏻 Rogi… pic.twitter.com/RiySOKWe16— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) September 16, 2024
सीएम ममता ने चिकित्सा शिक्षा निदेशक (DME) और स्वास्थ्य सेवा निदेशक (DHS) के अलावा डिप्टी कमिश्नर (उत्तरी डिवीजन) को भी हटाने का ऐलान किया है. सीएम ने कहा, हम सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद मंगलवार शाम 4 बजे के बाद नए पुलिस कमिश्नर के नाम की घोषणा करेंगे. समझौते पत्र पर मुख्य सचिव मनोज पंत ने हस्ताक्षर किए. आरजी कर अस्पताल की तरफ से वार्ता में हिस्सा लेने वाले 42 डॉक्टर्स के प्रतिनिधिमंडल ने भी हस्ताक्षर किए.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घोषणा की कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को उनके पद से हटा दिया जाएगा. उन्होंने हड़ताली डॉक्टर्स के साथ करीब 6 घंटे तक चली बैठक के बाद यह फैसला लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोलकाता पुलिस के उपायुक्त (उत्तर) के खिलाफ पीड़ित परिवार ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. उन्हें भी हटा दिया जाएगा.