उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ मेला एक अभूतपूर्व धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बन चुका है। हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं, लेकिन इस बार एक नई हलचल है। गौतम अडानी, जो अडानी ग्रुप के चेयरमैन हैं, वो भी इस महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं। यह घटना इसलिए भी खास है क्योंकि अडानी ग्रुप का योगदान इस महाकुंभ में काफी अहम रहा है, और अडानी के इस आयोजन में शामिल होने से इस धार्मिक अवसर की महिमा और बढ़ जाती है।
गौतम अडानी का महाकुंभ यात्रा
गौतम अडानी ने अहमदाबाद से सुबह 8 बजे चार्टर प्लेन के जरिए अपनी यात्रा शुरू की और 9:45 बजे प्रयागराज पहुंचे। अडानी का पहला ठिकाना था सेक्टर 18 स्थित इस्कॉन वीआईपी टेंट, जहां से वह आगे बढ़े और सेक्टर 19 स्थित इस्कॉन के महाप्रसाद सेवा किचन पहुंचे। यहां उन्होंने इस्कॉन मंदिर में पूजा अर्चना की और तीर्थयात्रियों को भोजन परोसा। उनका यह योगदान न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक सेवा का भी हिस्सा था, क्योंकि अडानी ग्रुप इस्कॉन और गीताप्रेस के साथ मिलकर लाखों लोगों को निशुल्क प्रसाद और भोजन उपलब्ध करवा रहा है।
इसके बाद, गौतम अडानी ने सेक्टर 3 स्थित वीआईपी घाट की यात्रा की, जहां वह पुजारियों के साथ नाव में सवार होकर पूजा-पाठ करेंगे और फिर बड़े हनुमान मंदिर के दर्शन किए। वह दोपहर 1.30 बजे के आस-पास वापस अहमदाबाद के लिए रवाना हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के दौरे की तैयारियां
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के दौरे की तैयारियां भी जोरों पर हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज का दौरा कर सकते हैं, और इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं की समीक्षा करने के साथ-साथ वह महाकुंभ में भी भाग ले सकते हैं। उनके दौरे के दौरान संगम क्षेत्र और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।
वहीं, गृहमंत्री अमित शाह 27 जनवरी को संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंचेंगे, और उनका कार्यक्रम भी अब पूरी तरह से तय हो चुका है। इस कार्यक्रम में गंगा पूजन और अधिकारियों के साथ बैठक भी शामिल है, जिसके चलते सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। प्रयागराज में सुरक्षा को लेकर एक विशेष निगरानी की व्यवस्था की गई है, जिसमें ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है।