इजराइल-हमास में जंग को करीब दो महीने का समय होने जा रहा है। हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष में करीब चौदह हज़ार से ज्यादा फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके है। इनसब के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक आदमी को इमारत से फेकते हुए देखा जा सकता है। इसे शेयर करते हुए लोगों ने दावा किया की वीडियो में हमास को लोगों को एक ऊंची इमारत से गिराकर मार डालते हुए दिखाया गया है।
एक फेसबुक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “यहाँ आपके गरीब फ़िलिस्तीनी हैं। हमास लोगों को एक इमारत की छत से फेंककर मारता है।”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
इसे फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया गया।
फैक्ट चेक
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल दावा गलत है। वीडियो में आईएसआईएस को समलैंगिकता के आरोपी पुरुषों को फांसी देते हुए दिखाया गया है।
वायरल वीडियो के साथ शेयर हो रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। हमने पहले वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तब्दील किया और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल फुटेज डेली मेल के 1 जुलाई 2015 के रिपोर्ट में मिली। रिपोर्ट के अनुसार घटना इराक के फालुजा की है जहां आईएसआईएस द्वारा समलैंगिकता के आरोपी पुरुषों को मृत्यु के लिए शीर्ष इमारत से फेंकते हुए दिखाया गया है। पीड़ितों को एक इमारत के किनारे ले जाने से पहले बांध दिया गया और आंखों पर पट्टी बांध दी गई। चार पुरुषों को उनकी कथित समलैंगिकता के आरोपों के कारण मौत के घाट उतार दिया गया।
आगे हमे ये वीडियो लेबनान न्यूज के 2 जुलाई 2015 के एक रिपोर्ट में मिली। इसके मुताबिक यह दंड “यौन विचलन” पर नकेल कसने के लिए आतंकवादियों के स्व-घोषित मिशन का हिस्सा है।
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि 2015 का है और इसका इजराइल हमास के युद्ध से कोई लेना देना नहीं।