छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए, जबकि एक बहादुर जवान शहीद हो गया। यह मुठभेड़ सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर घने जंगलों में हुई, जो नक्सली गतिविधियों का मुख्य केंद्र माना जाता है।
कैसे हुई मुठभेड़?
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों को इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। इसके बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबल नक्सलियों के ठिकाने के करीब पहुंचे, नक्सलियों ने घात लगाकर गोलीबारी शुरू कर दी।
सुरक्षाबलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिसमें चार नक्सली मारे गए। मुठभेड़ के दौरान एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में शहीद हो गया।
मारे गए नक्सलियों की पहचान
अधिकारियों ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में से दो की पहचान की जा चुकी है। इनमें से एक पर लाखों रुपये का इनाम था। उनके पास से हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामग्री बरामद हुई है।
इस मुठभेड़ में शहीद हुए जवान की पहचान हवलदार रमेश यादव के रूप में हुई है। बता दें बस्तर क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज कर दिया है। अधिकारियों का मानना है कि इस मुठभेड़ से नक्सलियों की कमर कमजोर हुई है।
पुलिस का बयान
छत्तीसगढ़ पुलिस के डीजीपी ने कहा, “यह ऑपरेशन सुरक्षाबलों की एक बड़ी सफलता है। हम क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अपने अभियानों को और तेज करेंगे।”
स्थानीय लोगों में डर और उम्मीद
मुठभेड़ के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालांकि, स्थानीय लोगों में डर का माहौल है, लेकिन वे सुरक्षाबलों के अभियानों से नक्सल मुक्त क्षेत्र की उम्मीद कर रहे हैं।