केरल त्रासदी: 143 पहुंचीं मरने वालों की संख्या, दो दिन के राजकीय शोक की हुई घोषणा

केरल त्रासदी: 143 पहुंचीं मरने वालों की संख्या, दो दिन का राजकीय शोक की हुई घोषणा
वायनाड के चूरालमाला में कल सुबह भूस्खलन के बाद बचाव और तलाशी अभियान जारी है, प्राप्त जानकारी के मुताबिक वायनाड भूस्खलन हादसे में अब तक 143 लोगों की मृत्यु हो गई है। इसके चलते राज्य में राज्य में दो दिवसीय शोक का ऐलान किया गया है। राज्य में दो दिवसीय शोक की घोषणा के बाद केरल सरकार सचिवालय में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया।
#WATCH तिरुवनंतपुरम, केरल: वायनाड भूस्खलन में 143 लोगों की मौत के बाद राज्य में दो दिवसीय शोक के मद्देनजर केरल विधानसभा में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका हुआ है। pic.twitter.com/Ny02y9Sblr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 31, 2024
केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में मंगलवार को विनाशकारी भूस्खलन हुआ। जिसके चलते अब तक करीब 143 लोगों की मृत्यु हो गयी है।
प्रधानमंत्री ने वायनाड में हए भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे।
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो घायल हुए हैं उनके लिए प्रार्थना करता हूं. सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान फिलहाल चल रहा है. केरल के सीएम पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया.”
वहीं लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर कहा था कि, “मैं वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए भारी भूस्खलन से बहुत व्यथित हूं…मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि बचाव अभियान जारी है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है. मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं.”
बता दें कि वायु सेना स्टेशन, सुलूर से दो हेलिकॉप्टर लोगों को तेजी से बाहर निकालने के लिए तैनात किए गए हैं। इसके अलावा नौसेना की रिवर क्रॉसिंग टीम भी बचाव में जुटी है।
भारतीय सेना ने बताया कि भारतीय सेना, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चला रही है। मुदक्कई गांव से करीब 150 लोगों को बचाया गया है, उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। ऑपरेशन के लिए पहले से ही तैनात लगभग 225 कर्मियों की कुल क्षमता वाली चार टुकड़ियों के अलावा, लगभग 140 कर्मियों की क्षमता वाली दो और टुकड़ियां तिरुवनंतपुरम में स्टैंडबाय पर हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें कम समय में हवाई मार्ग से पहुंचाया जा सके।





