घाटी में लगातार आतंकियों का सफाया कर रही इंडियन आर्मी को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। दरअसल सेना ने अब पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए फिदायीन हमले की आईईडी(इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) तैयार करने वाले खूंखार आतंकी इस्माइल भाई उर्फ लंबू शनिवार को मार गिराया गया है।
पुलिस को जैश के कुछ आतंकियों के बारे में सूचना मिली थी। पुलिस और आर्मी ने मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया, आज सुबह फायरिंग शुरू हुई जिसमें जैश के 2 आतंकी मारे गए जिसमें एक जैश का टॉप मोस्ट वांटेड आतंकवादी है, जिसको लंबू भाई, अदनान और सैफुल्ला नाम से भी जानते हैं: IGP कश्मीर विजय कुमार pic.twitter.com/TAk8dApqZk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 31, 2021
कश्मीर के आईजी विजय कुमार का कहना है कि शनिवार के एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादी का नाम मोहम्मद इस्माइल अलवी उर्फ लंबू उर्फ अदनान है। वह पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमले की साजिश में शामिल था। उन्होंने बताया कि फिदायीन हमले वाले दिन तक यह आदिल डार (जिसने अपने आप को IED के साथ उड़ा लिया था) के साथ रुका रहा।
लंबू के खिलाफ अब तक 14 FIR दर्ज़ हैं, ये पुलवामा हमले का एक मुख्य आरोपी है। पुलवामा हमले में कुल 19 आरोपी हैं जिसमें से 7 आरोपी अब तक मारे गए हैं और 7 आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया गया है। एनआईए की चार्जशीट में लंबू का नाम भी है: आज की पुलवामा मुठभेड़ पर विजय कुमार, IGP कश्मीर pic.twitter.com/u8SyANyTRg
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जैश का आईईडी एक्सपर्ट था लम्बू, इन सभी कामों की थी ज़िम्मेदारी
बता दे लंबू को जैश ने कश्मीर में अपने कमजोर होते नेटवर्क को मजबूत करने, आईईडी तैयार करने और नए लड़कों की भर्ती करने के लिए भेजा था। इसके अलावा वह फिदायीन (आत्मघाती हमलावर) तैयार करने के लिए युवाओं का ब्रेन वाश कर रहा था। लंबू जैश का आईईडी एक्सपर्ट था।
Ever since he had been responsible to train people in making IEDs & deploying IEDs against security forces. He has also been responsible to recruit young locals by brainwashing them, carrying out selective identification & radicalising them & giving them weapons: Lt Gen DP Pandey
— ANI (@ANI) July 31, 2021
इतना ही नहीं सीनियर अधिकारी के मुताबिक वह 14 फरवरी, 2019 को हुए पुलवामा आतंकी हमले के अलावा कई अन्य आतंकी हमलों में शामिल था। आतंकी अदनान पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद संगठन में रऊफ अजहर, मौलाना मसूद अजहर और अम्मार का एक मजबूत सहयोगी था, और तो और वह वाहन से चलने वाले IED का भी विशेषज्ञ था।
ऐसे शुरू हुआ एनकाउंटर और यह सब हुआ बरामद।
पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आज सुबह संयुक्त अभियान शुरू किया और घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान गोलीबारी शुरू हो गई, जिसमें दोनों आतंकी मारे गए। इधर मारे गए आतंकवादियों के पास से एक एम-4 राइफल, एके-47 राइफल, एक ग्लॉक पिस्टल और एक अन्य पिस्टल बरामद किया गया है।
दो साल पहले हुआ था पुलवामा हमला।
बता दे, दो साल पहले 14 फरवरी 2019 दोपहर करीब 3 बजे जम्मू-कश्मीर में एक ऐसा आतंकवादी हमला हुआ जिससे पूरा देश दहल उठा। पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवानों के काफिले में चल रही एक बस में विस्फोटक से भरी कार टकरा दी थी और इस आत्मघाती हमले में भारत ने अपने 40 जवान खो दिए थे।