कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अपनी जीत से उत्साहित केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह अमेठी के लिए एक नई सुबह है. इसके साथ ही उन्होंने अमेठी की जनता का धन्यवाद करते हुए आभार व्यक्त किया.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा,”एक नयी सुबह अमेठी के लिए , एक नया संकल्प. धन्यवाद अमेठी। शत शत नमन. आपने विकास पर विश्वास जताया, कमल का फूल खिलाया.”
एक नयी सुबह अमेठी के लिए , एक नया संकल्प। धन्यवाद अमेठी 🙏शत शत नमन । आपने विकास पर विश्वास जताया, कमल का फूल खिलाया। अमेठी का आभार #PhirEkBaarModiSarkaar #VijayiBharat
— Smriti Z Irani (@smritiirani) May 24, 2019
एएनआई से बात करते हुए, उसने कहा, एक तरफ एक परिवार था जबकि दूसरी तरफ एक संगठन था जो एक परिवार के रूप में काम करता है.
उन्होंने कहा,“एक तरफ एक परिवार था और दूसरी तरफ एक संगठन है जो एक परिवार की तरह काम करता है. इसका श्रेय संगठन और उसके कार्यकर्ताओं और केरल और बंगाल में मारे गए श्रमिकों को जाता है. मैं अपनी जीत उनके परिवारों को समर्पित करती हूं.”
राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए, यह 1977 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की रायबरेली में राज नारायण के खिलाफ हुई हार के जैसा ही परिदृश्य है, जो अमेठी में 23 मई को देखा गया.
बीजेपी नेता ने शुक्रवार को अमेठी संसदीय सीट पर 55,120 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की. ईरानी को कुल 4,67,598 वोट मिले.
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अमेठी को सालों से कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता है। गांधी 2004 से इस सीट पर जीत रहे हैं. केंद्र में 2014 के आम चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बावजूद, कांग्रेस अध्यक्ष ने सीट पर ईरानी को 1,07,903 मतों से हराया था.
अमेठी, जिसने राहुल गांधी, उनकी मां सोनिया गांधी, उनके पिता राजीव गांधी और उनके चाचा संजय गांधी को भारी मात्रा में वोट देकर जिताया था, ने 23 मई के फैसले में भाजपा की स्मृति ईरानी को चुना.
अब कांग्रेस के पास लोकसभा की 80 सीटों वाला सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में केवल एक सीट है, भाजपा के पास 64 हैं.