AI साइंस-टेक्नोलॉजी

मेटा के एआई मिशन में तेज़ी, भारतीय मूल के विशाल शाह ने संभाली कमान

मेटा प्लेटफ़ॉर्म्स के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी की एआई रणनीति को तेज़ी से आगे बढ़ाते हुए वरिष्ठ अधिकारी विशाल शाह को एक अहम भूमिका में प्रमोट किया है। यह नियुक्ति मेटा में चल रहे बड़े लीडरशिप रीशफ़ल का हिस्सा मानी जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, मेटा के एआई प्रोडक्ट चीफ़ नैट फ़्रीडमैन ने एक आंतरिक मेमो में बताया कि शाह अब उनकी टीम में प्रोडक्ट मैनेजमेंट की ज़िम्मेदारी संभालेंगे और सीधे उन्हें रिपोर्ट करेंगे।

कौन हैं विशाल शाह?

LinkedIn प्रोफ़ाइल के अनुसार, विशाल शाह ने 2004 में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफ़ोर्निया, बर्कले से कंप्यूटर साइंस और बिज़नेस में बीएस की डिग्री ली। उन्होंने करियर की शुरुआत Redi2 में इंजीनियर के रूप में की, फिर एक साल से ज़्यादा समय Accenture में एनालिस्ट के तौर पर काम किया।

इसके बाद 2005 से 2013 तक वह Turn नाम की डिजिटल मार्केटिंग कंपनी में इंजीनियरिंग डायरेक्टर और फिर सीनियर प्रोडक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर रहे। शाह 2015 में इंस्टाग्राम से जुड़े और प्रोडक्ट मैनेजमेंट के डायरेक्टर बने। 2018 में उन्हें वाइस प्रेसिडेंट (VP) बनाया गया। 2021 में वह मेटा के Metaverse डिविज़न के VP बने।

नैट फ़्रीडमैन ने मेमो में शाह की तारीफ़ करते हुए कहा कि वह “कठिन और अस्पष्ट तकनीकी समस्याओं को सुलझाने की क्षमता रखते हैं” और कंपनी के कई सीनियर लीडर्स के साथ उनकी “मजबूत कोऑर्डिनेशन” है।

एआई और मेटावर्स को जोड़ने का मिशन

रिपोर्ट के अनुसार, विशाल शाह अब मेटा की एआई क्षमता को Reality Labs डिविज़न के साथ जोड़ने का काम करेंगे — यही यूनिट कंपनी के AR/VR और स्मार्ट ग्लासेस जैसे मेटावर्स प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। एक आंतरिक पोस्ट में शाह ने कहा कि वह “Meta के Superintelligence Labs और Reality Labs के बीच पुल बनाने में सक्रिय रहेंगे, ताकि आने वाले समय में हम अरबों लोगों तक पर्सनल एआई सुपरइंटेलिजेंस पहुंचा सकें — हर तरह के डिवाइस पर।”

Show More

न्यूज़ मोबाइल ब्यूरो

"न्यूज़ मोबाइल हिंदी" एक डिजिटल न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म है जो पाठकों को ताज़ा ख़बरें, गहन विश्लेषण और अपडेट सरल हिंदी में उपलब्ध कराता है। यह राजनीति, खेल, तकनीक, मनोरंजन और बिज़नेस जैसे विषयों पर समाचार प्रस्तुत करता है। साथ ही, इसमें फ़ैक्ट चेक (Fact Check) सेक्शन भी है, जिसके ज़रिए झूठी या भ्रामक ख़बरों की सच्चाई सामने लाकर पाठकों को विश्वसनीय और सही जानकारी दी जाती है। इसका मक़सद है—समाचारों के बीच तथ्य और अफ़वाह में स्पष्ट अंतर दिखाना।
Back to top button