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फैक्ट चेक: सोशल मीडिया पर सपा नेता अखिलेश यादव के नाम का फर्जी ट्विटर पोस्ट वायरल हुआ

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फैक्ट चेक: सोशल मीडिया पर सपा नेता अखिलेश यादव के नाम का फर्जी ट्विटर पोस्ट वायरल हुआ

 

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे वायरल हो रहे हैं। इनमें से कई हारी हुई पार्टियों की खामिया गिनाने को लेकर हैं तो कई किसी की प्रशंसा करने को लेकर वायरल हो रहे हैं।

ऐसे में इन दिनों फेसबुक पर एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। जिसे कथित तौर पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा पोस्ट किया गया है। स्क्रीनशॉट के मुताबिक ट्वीट में लिखा गया है कि ‘ रैलियों में इतनी ज्यादा जनसैलाब देखकर मैं बहक गया था, मुझे लगा इस बार हम 400+ सीटें जीतेंगे परंतु मुझे नहीं मालूम था कि ये सपाई कार्यकर्ता सिर्फ फ्री का दारू मुर्गा खाने आते थे शर्मनाक !

 

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

फेसबुक पर यह स्क्रीनशॉट शेयर कर दावा किया जा रह है कि यूपी चुनाव में हुई हार को अखिलेश यादव ने स्वीकार करते हुए यह माना है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता फ्री शराब पीने और मुर्गा खाने आते थे।  इसके साथ ही फेसबुक के एक यूज़र ने इस स्क्रीनशॉट को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा है कि “मुझे नहीं लगता पर ऐसा लिखा अखिलेश यादव जी ने तो गलत है चुनाव हारने के बाद पहले ओमप्रकाश राजभर ने OBC को अनपढ़,गंवार नासमझ कहा और अब अखिलेश यादव ने यादवों को मुर्गा दारू के भूखे कहा

फैक्ट चेक 

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि अखिलेश यादव के नाम से वायरल ट्वीट का यह स्क्रीनशॉट फर्जी है।  

किसी भी पार्टी मुखिया द्वारा यह ट्वीट कर कहना कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता सिर्फ फ्री शराब और मुर्गा खाने आते थे, यह बहुत बड़ी खबर है। इसलिए हमने सबसे पहले कुछ कीवर्ड्स से गूगल पर वायरल ट्वीट से संबंधित खबरों को खंगालने का प्रयास किया। लेकिन कहीं भी हमें इस वायरल ट्वीट के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली।

इसके बाद वायरल ट्वीट की जानकारी के लिए हमने अखिलेश यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को खंगालना शुरू किया। यदि वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट पर गौर करें तो देखा जा सकता है कि ट्विटर पर यह पोस्ट कथित तौर पर 11 मार्च को सुबह के करीब 9 बज कर 16 मिनट पर किया गया है।

 

 

जिसके बाद हमने अखिलेश यादव के ट्विटर हैंडल पर उनके द्वारा 11 मार्च को किए गए सभी ट्वीट्स को खंगाला। लेकिन इस दौरान भी वायरल स्क्रीनशॉट के संबंध में हमारे हाथ कुछ न लगा।

लेकिन पड़ताल के दौरान अचानक हमारी नजर वायरल स्क्रीनशॉट पर दिख रहे अखिलेश यादव के ‘यूज़र नेम’ पर पड़ी। जहां हमने पाया कि स्क्रीनशॉट वाला यूज़र नेम कुछ अलग ढंग से लिखा हुआ था।  जिसके बाद हमने अखिलेश यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा किए गए एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट लेकर वायरल स्क्रीनशॉट से तुलना की। जहां हमने पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट फेक है।

 

तुलना

 

 

 

तुलना करने पर हमने पाया कि अखिलेश यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के यूजर नेम ‘AKHILESH YADAV’ है जबकि फेक स्क्रीनशॉट पर उनका नाम ‘AKaLLesh Yadav ‘ लिखा है। इसी से हमें पता चला कि वायरल स्क्रीनशॉट फर्जी है।

 

पड़ताल के दौरान हमने पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट फर्जी है। अखिलेश यादव के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से यह पोस्ट नहीं किया गया।