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फैक्ट चेक: मक्का मदीना का यह वीडियो भ्रामक दावे के साथ हो रहा है वायरल, जाने पूरा सच

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फैक्ट चेक: मक्का मदीना का यह वीडियो भ्रामक दावे के साथ हो रहा है वायरल, जाने पूरा सच

सोशल मीडिया पर काबा शरीफ को लेकर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कथित तौर पर काबा शरीफ के दरवाजे अपने आप खुलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो के साथ सोशल मीडिया युजर्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि काबा मस्जिद में चमत्कार हुआ जहां मस्जिद का दरवाजा अपने आप खुलने लगा। यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि कोई मौलवी वहां नमाज नहीं पढ़ रहे, बल्कि उनके स्थान पर मस्जिद में कोई फ़रिश्ते वहाँ नमाज अदा कर रहे हैं।

फेसबुक पर वायरल वीडियो को अंग्रेजी भाषा के कैप्शन के साथ शेयर करते हुए लिखा गया है कि,’ Miracle in Kaabah today. The Muslim call to prayer was heard and 2 rakkah prayers observed while the imam and azan were present. The door of the kaabah was opened but nothing was seen inside. The Muslims present were seen recording the prayer being performed by unseen Muslims (jinns and angels)

दावे का हिंदी अनुवाद- काबा में आज चमत्कार हुआ । नमाज़ की मुस्लिम पुकार सुनी गई और इमाम और अज़ान के होने के दौरान 2 रक्काह की नमाज़ अदा की गई। काबा का दरवाजा खुला लेकिन अंदर कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। मौके पर मौजूद मुस्लिम लोगों ने अदृश्य मुस्लिम (जिन्नों और फ़रिश्तों) द्वारा की जा रही नमाज़ को रिकॉर्ड करते हुए देखा गया। ”

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

 

फैक्ट चेक 

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में पता चला की वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल हो रहा है।

समुदाय विशेष के लिए सबसे पाक तथा सबसे बड़ी इबादद गाह को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। लेकिन खोज के दौरान हमें गूगल पर वायरल वीडियो से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली। वीडियो की जानकारी के लिए हमने कीफ्रेम्स के साथ-साथ कुछ संबंधित कीवर्ड्स की भी सहायता ली। जिसके बाद हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला। जहां इस वीडियो को फेक बताया गया।

 

 

पोस्ट में बताया गया है यह वीडियो रमजान का है जब हराम में आने वाले मुस्लिम नेताओं में से एक के लिए काबा का दरवाजा खोला गया था। इसके बाद पोस्ट की सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से तथ्यों खोजना शुरू किया। जिसके बाद फेसबुक पर हमें सऊदी अरब के एक न्यूज़ एजेंसी द्वारा वायरल वीडियो को लेकर किया गया एक पोस्ट मिला। इस दौरान प्राप्त पोस्ट में वायरल वीडियो को फेक बताया गया है।

 

इसके अतरिक्त हमें Digital Dawah Network नामक आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो को लेकर एक और वीडियो मिला, जहां वायरल वीडियो की सच्चाई बताई गई है। यह वीडियो 13 मई 2022 रमजान की रात की है। वायरल वीडियो को लेकर सफाई दी गयी है कि सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ किया जा रहा है दावा गलत है। वीडियो के मुताबिक रमजान के दिन कोई फरिश्तें नमाज नहीं पढ़ रहे बल्कि इमामे काबा पढ़ रहे हैं।

 

पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है।