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फैक्ट चेक: बिहार के गोपालगंज में क्रिकेट खेल को लेकर हुई हिंसा को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे के साथ किया वायरल

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फैक्ट चेक: बिहार के गोपालगंज में क्रिकेट खेल को लेकर हुई हिंसा को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे के साथ किया वायरल

 

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रह है। वीडियो में कुछ पुलिस कर्मी एक भीड़ को खदेड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे पुलिस किसी हिंसा को काबू करने का प्रयास कर रही हो। वीडियो में गोली चलने की आवाज को भी सुना जा सकता है।

इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बिहार के गोपालगंज में सरस्वती पूजा के दौरान कुछ विशेष समुदाय के लोगों ने सोनू मियां ने अंकित और हरिओम को कई बार चाकू मारा। अंकित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हरिओम की हालत गंभीर है।

फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया कि ‘बिहार के गोपालगंज में सरस्वती पूजा के दौरान मुस्लिम जिहादियों शहादत और सोनू मियां ने अंकित और हरिओम को कई बार चाकू मारा।  अंकित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हरिओम अस्पताल में जीवन-मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। गोपालगंज में मुस्लिम जिहादियों द्वारा दो हिंदू युवकों की हत्या के बाद तनाव। जब हिन्दू अंकित और हरिओम की लाशों के साथ शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे तो मुसलमानों ने पथराव शुरू कर दिया। एफआईआर में कुल 7 को नामजद किया गया है, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस्लामिक जिहाद ‘ 

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

 

फैक्ट चेक:

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो को भ्रामक सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की। इस दौरान हमने सबसे पहले यह जानने के लिए खोजा कि बिहार के गोपालगंज में हिंसा कब और क्यों हुई। इसके लिए हमने गूगल पर कुछ संबंधित कीवर्ड्स के माध्यम से खोजना शुरू किया।

खोज के दौरान हमें दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर जिसे जनवरी 28, 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मेल खाते एक दूसरे वीडियो को भी अपलोड किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक गोपालगंज में क्रिकेट के विवाद में युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। तीन अन्य युवकों से गांव का नाम पूछकर चाकू से गोद दिया गया। एक युवक की हालत गंभीर है। लेख में जानकारी दी गयी है कि इस मामले में शनिवार को मृतक के पिता ने सोनू मियां, शहादत और मुन्ना मुख्य आरोपी समेत 10 के खिलाफ FIR के लिए आवेदन दिया है।

प्राप्त लेख से मिली जानकारी कि पुष्टि के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजा।  खोज के दौरान हमें ABP की वेबसाइट पर भी मामले से सम्बंधित एक रिपोर्ट मिली। जिसे जनवरी 28, 2023 को छापा गया था। यहाँ भी बताया गया है कि यह मामला क्रिकेट के विवाद को लेकर है। लेख में बताया गया है कि मृतक NCC कैडर का छात्र है।

लेख में बताया गया है कि घटना के बाद पोस्टमार्टम कराकर शव जैसे ही गांव में पहुंचा तो लोग आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे। इसके बाद लोगों ने मृतक के शव को लेकर आरोपियों के घर पहुंचे। वहां हंगामा किया और प्रदर्शन करने लगे। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान आरोपी पक्ष की ओर से मृतक के परिजनों और पुलिस पर पथराव कर दिया गया। घटना के बाद पुलिस को स्थिति सामान्य करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा और हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।

इसके साथ ही पड़ताल के दौरान हमें बिहार पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किया गया एक पोस्ट भी मिला। जहां पुलिस ने यह साफ़ साफ बताया है कि गोपालगंज जिले के नगर थाना अंतर्गत बसडीला गांव में क्रिकेटखेल को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था।

इसके अलावा बिहार पुलिस ने अपने फेसबुक अकाउंट से इस मामले में गिरफ्तार किए लोगों के नाम की सूची भी प्रकाशित की हैं। जिसके मुताबिक निम्न लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं।

(1) री मियाँ उर्फ़ मुटी मियाँ पे•-स्व•अदालत मियाँ
(2)मुन्ना मियाँ उर्फ़ निज़ामुद्दीन पे•- गफूर मियाँ
(3)तारामुनि खातून पति – रियाजुद्दीन मियाँ
(4)अकबरी खातून पति- नूर मुहम्मद सभी ग्राम- बसडीला बाजार,थाना – नगर जिला- गोपालगंज।
(5)अफरोज आलम पे•-मकसूद आलम
(6)फिरोज आलम पे•-मकसूद आलम दोनों ग्राम- तमकुही रोड,थाना- तमकुही, जिला-कुशीनगर , उत्तर प्रदेश।
(7)आदिल अली, पिता- अहमद अली, ग्राम- बसडीला बाजार, थाना एवं जिला गोपालगंज।

 

पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। बिहार के गोपालगंज में किसी भी पूजा के दौरान यह घटना नहीं हुई, बल्कि क्रिकेट को क्रिकेटखेल को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था।