Fact Check: रूस ने यूक्रेन पर किया न्यूक्लियर हमला? भ्रामक दावे के साथ वायरल हुआ यह वीडियो
यूक्रेन द्वारा रूस पर किए गए हमले के बाद से रूस और यूक्रेन के बीच तनाव निरंतर बढ़ता जा रहा है. इस बीच इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि रूस ने यूक्रेन पर न्यूक्लियर हमला कर दिया है और यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत है. चलिए जानते हैं कि इस दावे में कितनी सच्चाई है.
Instagram पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसके कैप्शन पर लिखा है, ‘रूस ने यूक्रेन पर न्यूक्लियर बम से हमला कर दिया’ यह वीडियो 5 जून को पोस्ट किया गया है.
फैक्ट चैक
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि, यह वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है
हमने इस वीडियो को देखा और जाना कि यह वीडियो भ्रामक दावे का साथ शेयक किया जा रहा है. हमने इस खबर के पीछे की वास्तविक्ता का पता लगाने के लिए कीवर्ड सर्च किया. जिसमें हमें X पर एक वीडियो मिली. यह वीडियो जून 19, 2022 की है. जिसके कैप्शन में लिखा था, ‘ध्वनि से 10 गुना तेज 14,668 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली रूसी किंजल मिसाइल का इस्तेमाल आज 136 मीटर जमीन के नीचे स्थित यूक्रेनी हथियार डिपो को नष्ट करने के लिए किया गया.’
इस वीडियो को देखने के बाद हमें यह शक हुआ कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं है, क्योंकि हूबहू वीडियो को 2022 में भी वायरल किया गया है. दरअसल पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है. ‘ध्वनि से 10 गुना तेज 14,668 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली रूसी किंजल मिसाइल का इस्तेमाल कर यूक्रेनी हथियार डिपो को नष्ट कर दिया’.
हमने अपने शक को यकीन में तबदील करने के लिए अपने रिसर्च को थोड़ा गहरा किया. इसके चलते हमरे कुछ और सूबत लगे. हमे हमारी खोज में APNews और Reuters की रिपोर्ट मिली जिसमें हमने जाना कि यह वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं है. बल्कि इस वीडियो को डिजिटल एनिमेशन द्वारा बनाया गया है. दरअसल वीडियो को वीडियो गेम के कुछ क्लिपों को जोड़कर और एनिमेशन कर के भ्रामकता के साथ वायरल किया जा रहा है. यहां देखें
हमरे हाथ YouTube का एक और वीडियो लगा जिसमें वायरल वीडियो वाली जगह पर एक और वीडियो को एनिमेशन द्वारा बनाया गया और दिखाया जा रहा है कि एक मिसाइल ने चांद पर ब्लास्ट किया है.
निष्कर्ष
हमारे द्वारा खोज करने और तथ्यों की जांच करने के बाद हमने पाया कि यह वीडियो हालिया दिनों का नहीं है बल्कि यूक्रेन और रूस के युद्ध के दौरान कुछ विशेष कथानकों को आगे बढ़ाने या अनुयायी प्राप्त करने में प्रयास में सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने डिजिटल एनिमेशन और वीडियो गेम दृश्यों को युद्ध फुटेज के रूप में गलत तरीके से प्रस्तुत करते हुए पोस्ट किया है.
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