दिवाली सेल के नाम पर साइबर फ्रॉड, सरकार ने दी सतर्क रहने की सलाह

भारत में जैसे-जैसे दिवाली, दशहरा और दुर्गा पूजा जैसे त्योहार नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ रही है। लेकिन इसी बीच साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र (I4C) के मुताबिक, साल 2024 में 12.5 लाख से ज्यादा साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 75% से अधिक वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़ी थीं। त्योहारों के समय ऐसे मामलों में खास बढ़ोतरी देखी जाती है, जब लोग छूट और ऑफर्स के लालच में फर्जी साइटों और मैसेजों का शिकार बन जाते हैं।
आमतौर पर होने वाले धोखाधड़ी के तरीके:
1. नकली शॉपिंग वेबसाइट्स और ऐप्स:
फर्जी वेबसाइट्स दिखने में बिल्कुल अमेज़न या फ्लिपकार्ट जैसी लगती हैं, लेकिन इनसे ऑर्डर करने पर सामान कभी नहीं आता।
2. फर्जी व्हाट्सएप लिंक और फिशिंग मैसेज:
“दिवाली ऑफर” या “सरकारी योजना के तहत ₹2000” जैसे लिंक भेजे जाते हैं, जो आपकी बैंकिंग जानकारी चुरा लेते हैं।
3. “बाय नाउ, पे लेटर” और गिफ्ट वाउचर स्कैम:
कम कीमत पर वाउचर देने के नाम पर छोटी रकम मांगी जाती है, बाद में बड़े पैमाने पर पैसे गायब कर दिए जाते हैं।
4. सोशल मीडिया पर फर्जी शॉप्स:
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ब्रांडेड सामान बहुत सस्ते में देने का दावा किया जाता है, लेकिन पैसे देने के बाद सामान नहीं आता।
5. क्यूआर कोड और UPI धोखाधड़ी:
OLX या फेसबुक मार्केटप्लेस पर खरीदार बनकर स्कैमर क्यूआर कोड भेजते हैं। स्कैन करने पर पैसा मिलने के बजाय चला जाता है।
त्योहारों में ही ज्यादा क्यों होते हैं स्कैम?
- तेज़ खरीदारी और डिस्काउंट का लालच
- उपहार देने की जल्दी में निर्णय लेना
- हर साल ई-कॉमर्स की कुल बिक्री का करीब 35% इसी समय होता है
क्या कर रही हैं सरकारी एजेंसियां?
- RBI और गृह मंत्रालय लगातार अलर्ट जारी कर रहे हैं।
- CyberDost (सरकारी साइबर सुरक्षा हैंडल) सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक कर रहा है।
- राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 के जरिए तुरंत शिकायत की जा सकती है।
सुरक्षित ऑनलाइन शॉपिंग के लिए जरूरी सावधानियां:
- सिर्फ सरकारी या विश्वसनीय ऐप्स और वेबसाइट्स से खरीदारी करें
- व्हाट्सएप या SMS से आए फॉरवर्डेड ऑफर लिंक पर क्लिक न करें
- वेबसाइट का URL ध्यान से जांचें
- जहां संभव हो, कैश ऑन डिलीवरी (COD) का विकल्प चुनें
- किसी भी संदिग्ध लिंक या धोखाधड़ी की तुरंत रिपोर्ट करें
सावधानी ही सुरक्षा है — त्योहारों में खरीदारी करते समय सतर्क रहें और किसी भी ऑफर या लिंक पर आंख बंद कर भरोसा न करें।




