नई दिल्ली: वरिष्ठ सीपीआई (एम) नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी का गुरुवार को 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया. अनुभवी राजनेता का नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज चल रहा था.
सीताराम येचुरी 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) में शामिल हुए थे. एक साल बाद उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की सदस्यता ले ली. उन्हें एक साल (1977-78) के दौरान तीन बार JNU छात्र संघ का अध्यक्ष चुना गया. येचुरी SFI के ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जो केरल या बंगाल से नहीं थे.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के एक प्रमुख चेहरे येचुरी ने 2015 में प्रकाश करात के बाद पार्टी के महासचिव का पद संभाला. येचुरी 1992 में पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य बने और दशकों तक इसके नेतृत्व में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में कार्यरत रहे. उनकी राजनीतिक यात्रा जल्दी शुरू हुई, जब 22 साल की उम्र में, वह 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) में शामिल हो गए. येचुरी ने तीन कार्यकाल के लिए राज्यसभा में पश्चिम बंगाल का भी प्रतिनिधित्व किया.