CPI(M) महासचिव सीताराम येचुरी का नहीं होगा दाह संस्कार, परिवार ने शिक्षण और शोध के लिए AIIMS को दान किया पार्थिव शरीर
वरिष्ठ सीपीआई (एम) नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी का गुरुवार को 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। निधन के बाद उनके परिवार ने बड़ा फैसला लिया है। परिवार ने सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी के पार्थिव शरीर को शिक्षण और शोध उद्देश्यों के लिए AIIMS, नई दिल्ली को दान कर दिया है।
CPI(M) महासचिव सीताराम येचुरी का आज दोपहर 3:05 बजे 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। परिवार ने उनके पार्थिव शरीर को शिक्षण और शोध उद्देश्यों के लिए AIIMS, नई दिल्ली को दान कर दिया है: AIIMS pic.twitter.com/aLKjbLq0qw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 12, 2024
सीताराम येचुरी 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) में शामिल हुए थे। एक साल बाद उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की सदस्यता ले ली। उन्हें एक साल (1977-78) के दौरान तीन बार JNU छात्र संघ का अध्यक्ष चुना गया। येचुरी SFI के ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जो केरल या बंगाल से नहीं थे।
CPI(M) नेता हन्नान मोल्लाह
उनके निधन के बाद CPI(M) नेता हन्नान मोल्लाह ने CPI(M) नेता सीताराम येचुरी के निधन पर कहा, “उनका निधन हमारी पार्टी के लिए, वामपंथी आंदोलन के लिए बहुत बड़ा धक्का है। वे भारत के जन आंदोलन के जाने माने नेता थे। भारत के संविधान, जनतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के सबसे बड़े प्रवक्ता थे। AIIMS दिल्ली में उनका निमोनिया का इलाज चल रहा था। उनका निधन बहुत ही दुखद है।”
राजद नेता मनोज झा
उनके निधन पर राजद नेता मनोज झा ने बोले कि, “इस खबर पर अभी तक भरोसा ही नहीं हो रहा है। कुछ ही समय पहले उनसे मुलाकात हुई थी… बीते दिनों मैं उनसे लगातार संपर्क में रहा… लालू यादव के साथ उनका एक लंबा संगठन रहा… ये उम्र जाने की नहीं थी। अभी बहुत कुछ बाकी था। उनके परिवार, साथियों को ईश्वर संबल दें…”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “सीताराम येचुरी का योगदान न केवल पार्टी बल्कि पूरे देश की राजनीति में था। उनकी कमी न केवल उनकी पार्टी को खलेगी बल्कि पूरे देश को खलेगी। वे अपनी विचारधारा के प्रति दृढ़ थे लेकिन किसी को नीचा दिखाना उन्हें नहीं आता था। एक शानदार वक्ता, एक शानदार सांसद और एक बहुत ही शानदार इंसान। उनकी कमी हम सभी को खलती रहेगी। सीताराम योचुरी को हम सभी कभी नहीं भूल पाएंगे।
CPI(M) के महासचिव डी. राजा
CPI(M) के महासचिव डी. राजा ने कहा, “…हमने अलग-अलग मुद्दों पर साथ मिलकर काम किया… हमने वामपंथी एकता, कम्युनिस्ट एकता को मजबूत करने के लिए साथ मिलकर काम किया। वह एक महान व्यक्ति थे… हम दोनों संसद में साथ थे, साथ मिलकर काम किया… यह पूरे वामपंथी, कम्युनिस्ट पक्ष के लिए एक बड़ी क्षति है। मैं यहां(AIIMS) अपनी पार्टी के दुख को व्यक्त करने आया हूं…”
कांग्रेस नेता वी. हनुमंत राव
कांग्रेस नेता वी. हनुमंत राव ने कहा, “…एक जमाने से मैं उन्हें जानता हूं। युवा कांग्रेस के जमाने से मैं उन्हें जानता हूं… हमने मिलकर संसद में कई विषयों पर चर्चा की। उनका कांग्रेस से बड़ा लगाव था। जब वे वेंटिलेटर पर थे तब मैंने भगवान से उनके जीवन के लिए कामना की थी … मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं। भगवान उनके परिवार को शक्ति दे….”