गाजा में तबाही के बीच उम्मीद की किरण, संघर्षविराम से लौटने लगे लोग

इज़राइल और हमास के बीच संघर्षविराम लागू होने के बाद शुक्रवार को हजारों फिलीस्तीनी नागरिक उत्तरी गाजा लौटने लगे। यह संघर्षविराम दोपहर 12 बजे (स्थानीय समय) से प्रभावी हुआ। इसके साथ ही इज़राइली सेना ने अमेरिका समर्थित ‘ट्रंप योजना’ के तहत तय की गई सीमाओं तक अपनी सेना को पीछे हटा लिया है। हालांकि इज़राइल ने कहा है कि किसी भी तत्काल खतरे का जवाब देने के लिए उसकी कार्रवाई जारी रहेगी।
गाजा सिटी की ओर लौटते नागरिकों की भीड़ धूल और मलबे के बीच धीरे-धीरे आगे बढ़ती दिखाई दी। यह शहर हाल के संघर्ष में सबसे अधिक तबाही झेल चुका है। इस समझौते के तहत हमास को 72 घंटों के भीतर सभी इज़राइली बंधकों को रिहा करना होगा, जबकि इसके बदले में इज़राइल सैकड़ों फिलीस्तीनी बंदियों को छोड़ेगा।
समझौते के अनुसार, इज़राइली सेनाएं गाजा के बड़े शहरी इलाकों से पीछे हटेंगी लेकिन अब भी आधे क्षेत्र पर उनका नियंत्रण रहेगा। जैसे ही समझौता पूरी तरह लागू होगा, गाजा में मानवीय सहायता तेजी से पहुंचाई जाएगी। इसमें भोजन और दवाइयाँ शामिल हैं, जिससे उन लाखों लोगों को मदद मिलेगी जो बेघर होकर टेंटों में रह रहे हैं।
गाजा में लोग एक तरफ उम्मीद से भरे हैं, तो दूसरी ओर डर भी बना हुआ है, क्योंकि वे उस शहर में लौट रहे हैं जो अब मलबे और तबाही से भरा पड़ा है।





