दुनिया भर में 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी पहल 26 अक्टूबर 1966 को हुई जब संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने ऐलान किया कि हर साल 8 सितंबर को वैश्विक अशिक्षा यानी (Illiteracy)का मुकाबला करने और शिक्षा को समाज में बदलाव के औजार के तौर पर अपनाने के संकल्प के रूप में मनाया जाएगा।
Educate a girl, change the world.
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This #LiteracyDay, join @Malala in advocating for the right to education!pic.twitter.com/CuUgwhFMVS— UN Women (@UN_Women) September 8, 2020
Today is #LiteracyDay!
Imagine not being able to read during a pandemic & missing out on life-saving information. For 773 million adults & young people worldwide this is a reality.
More than ever, we must invest in #literacy teaching & learning: https://t.co/bfdlw89q7Y pic.twitter.com/7aVXVWEZgR
— UNESCO (@UNESCO) September 8, 2020
साक्षरता दिवस पर इस साल की थीम।
हर साल संयुक्त राष्ट्र विश्व साक्षरता दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल वैश्विक कोविड-19 महामारी के खतरे को देखते हुए ये थीम ‘साक्षरता शिक्षण और Covid -19: संकट और उसके बाद’ पर केंद्रित है। इस साल इस मौके पर ‘शिक्षकों की भूमिका और बदली शिक्षा पद्धति’ पर जोर दिया जा रहा है।
साक्षरता में भारत।
NSO Survey के अनुसार, देश की कुल साक्षरता दर (India overall literacy rate) 77.7 फीसदी है। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में यह 73.5 फीसदी और शहरी क्षेत्रों में 87.7 फीसदी है।
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पुरुषों के मामले में देश की साक्षरता दर 84.7 फीसदी और महिलाओं में 70.3 फीसदी है। सर्वे में यह भी पाया गया कि हर राज्य में पुरुषों की साक्षरता दर महिलाओं की तुलना में ज्यादा है।
"There can be no joy greater than reading and no friend greater than knowledge" Hon'ble PM Shri @narendramodi
On this #InternationalLiteracyDay, we promise to work towards achieving 100% literacy by complying with the reforms within the National Education Policy 2020. pic.twitter.com/HnG0e8WGra— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) September 8, 2020
साक्षर भारत में एक बार फिर केरल ने मारी बाज़ी।
एकबार फिर सबसे साक्षर राज्य में केरल ने बाज़ी मारी है जिसका साक्षरता 96.2 प्रतिशत है और दिल्ली में 88.7 साक्षरता सामने आयी है.
सबसे कम साक्षर राज्यों में ये प्रदेश।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के सर्वेक्षण के आधार पर आंध्रप्रदेश सबसे कम साक्षर राज्यों में से एक पाया गया है. यहां साक्षरता दर 66.4 प्रतिशत है. जबकि, दूसरे और तीसरे नंबर पर क्रमश: राजस्थान 69.7 प्रतिशत और बिहार में 70.9 प्रतिशत साक्षर लोग है.
सबसे ज्यादा साक्षरता दर वाले टॉप 5 राज्य ।
केरल – 96.2 फीसदी
दिल्ली – 88.7 फीसदी
उत्तराखंड – 87.6 फीसदी
हिमाचल प्रदेश – 86.6 फीसदी
असम – 85.9 फीसदी
सबसे कम साक्षरता वाले 5 राज्य ।
आंध्र प्रदेश – 66.4 फीसदी
राजस्थान – 69.7 फीसदी
बिहार – 70.9 फीसदी
तेलंगाना – 72.8 फीसदी
उत्तर प्रदेश – 73 फीसदी
सर्वे में ये था सैंपल साइज।
सर्वे के दौरान देशभर से 8,097 गांवों से 64,519 ग्रामीण परिवारों और 6,188 ब्लॉक से 49,238 शहरी परिवारों के सैंपल लिए गए थे।