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हेमंत करकरे पर साध्वी प्रज्ञा की टिप्पणी उनका निजी बयान, पार्टी का समर्थन नहीं: भाजपा

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को भोपाल लोकसभा सीट की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा मुंबई के पूर्व आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) चीफ हेमंत करकरे पर की गई विवादित टिप्पणी से खुद को दूर रखते हुए कहा कि पार्टी दिवंगत आईपीएस अधिकारी का सम्मान करती है.

बीजेपी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, जो 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी पाई गयी थी, उनकी टिप्पणी व्यक्तिगत थी. पार्टी ने कहा कि टिप्पणी शायद साध्वी प्रज्ञा द्वारा झेली गयी “मानसिक और शारीरिक यातना” के कारण की गयी थी.

बीजेपी ने अपने बयान में कहा कि स्वर्गीय हेमंत करकरे आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हो गए. बीजेपी ने हमेशा से ही उन्हें शहीद का दर्जा दिया है.

गुरुवार को, ठाकुर, जो भोपाल में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा की उम्मीदवार हैं, ने कहा कि करकरे को ठाकुर द्वारा दिए श्राप के कारण ही अपनी जान गावनि पड़ी.

ठाकुर ने शुक्रवार को भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए 26 /11 मुंबई हमले के शहीद हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा था,“ मैंने हेमंत करकरे को फोन किया और उनसे पूछा कि क्या मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है? उन्होंने (करकरे) कहा कि वह सबूत लाएंगे, लेकिन मुझे नहीं छोड़ेंगे. मैंने उनसे कहा था तुम बर्बाद हो जाओगे.”

भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) एसोसिएशन ने शुक्रवार को ठाकुर द्वारा दिए गए “अपमानजनक” बयान की निंदा की.

“अशोक चक्र से सम्मानित दिवंगत आईपीएस हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया. आईपीएस एसोसिएशन ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है,” इस वर्दी को पहने हुए हम, एक उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए.”

अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर ठाकुर को विपक्षी दलों द्वारा की जा रही निंदा का भी सामना करना पड़ रहा है.

भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने आज कहा कि ठाकुर की टिप्पणी उनका व्यक्तिगत दृष्टिकोण था और पार्टी करकरे की मौत पर राजनीति नहीं करेगी.

कोहली ने एएनआई एजेंसी से बात करते हुए कहा,“ हम भारत के हर बेटे और बेटी का सम्मान करते हैं, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया. प्रज्ञा जी ने जो कहा है, वह जाहिर तौर पर उनकी बात होगी क्योंकि वे खुद उस जांच प्रक्रिया से गुज़री थीं. हम करकरे जी के बलिदान को सलाम करते हैं और पार्टी इस पर राजनीति नहीं करेगी.”

इस बीच, मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांता राव ने कहा कि ठाकुर के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए एक शिकायत प्राप्त हुई थी.

राव ने कहा,”शिकायत को संज्ञान में लिया गया है. मामले की जांच चल रही है.”

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ठाकुर, मालेगांव विस्फोट मामले में मुकदमे का सामना करने वाले सात अभियुक्तों में से हैं.

29 सितंबर, 2008 को महाराष्ट्र के मालेगाँव में एक मोटरसाइकिल पर रखे बम में विस्फोट के बाद छह लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन अन्य घायल हो गए.

ठाकुर को महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट के तहत आरोपों से मुक्त कर दिया गया था और 2017 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी, लेकिन गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत एक अभियुक्त बनाया हुआ है.