2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी और भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि उन्होंने मुंबई के पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को श्राप दिया था, जिस कारण वे आतंकवादियों के हाथों मारे गए.
2008 के 26/11 मुंबई हमलों के दौरान आतंकवादियों से लड़ते हुए करकरे दो अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मारे गए थे.
#PragyaThakur:Maine kaha tera (Mumbai ATS chief late Hemant Karkare) sarvanash hoga.Theek sava mahine mein sutak lagta hai. Jis din main gayi thi us din iske sutak lag gaya tha.Aur theek sava mahine mein jis din atankwadiyon ne isko maara, us din uska anth hua (18.4) pic.twitter.com/yK6xqhu6CK
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) April 19, 2019
शुक्रवार को दिए बयान में साध्वी प्रज्ञा ने कहा,“मैंने हेमंत करकरे को फोन किया और उनसे पूछा कि मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है? उन्होंने कहा कि वह सबूत लाएंगे, लेकिन मुझे नहीं छोड़ेंगे। मैंने उससे कहा – तुम बर्बाद हो जाओगे.”
प्रज्ञा ठाकुर, जो बुधवार को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गईं और भोपाल संसदीय क्षेत्र से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, मालेगांव विस्फोट मामले में मुकदमे का सामना करने वाले सात अभियुक्तों में से हैं.
29 सितंबर, 2008 को महाराष्ट्र के मालेगाँव में एक मोटरसाइकिल पर रखे बम में विस्फोट के बाद छह लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन अन्य घायल हो गए.
ठाकुर को महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट के तहत आरोपों से मुक्त कर दिया गया था और 2017 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी, लेकिन गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत एक अभियुक्त बनाया हुआ है.
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ठाकुर ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा,”कांग्रेस की साजिश के कारण 10 साल जेल में बिताने के बाद, मैं यहां राजनीतिक और धार्मिक युद्ध लड़ने आई हूं.”
उनके 23 अप्रैल को भोपाल से नामांकन दाखिल करने की उम्मीद है. भोपाल में 12 मई को मतदान होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी.