भाजपा ने सोमवार को मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राज्य विधानसभा के विशेष सत्र की मांग करते हुए कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के पास बहुमत नहीं है.
भाजपा नेता गोपाल भार्गव ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश सरकार खुद गिर जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि यह ज़्यादा समय नहीं चलेगी और इसके जाने का समय आ गया है.
उन्होंने कहा, “हम विधानसभा सत्र का अनुरोध करने के लिए राज्यपाल को पत्र भेज रहे हैं क्योंकि बहुत सारे मुद्दे हैं जिनपर चर्चा होनी है.”
Madhya Pradesh Leader of Opposition & BJP leader Gopal Bhargava: It will fall on its own (MP Government), I don’t believe in horse-trading but I feel its time has come and it will have to go soon. pic.twitter.com/MrTMquZa0g
— ANI (@ANI) May 20, 2019
भाजपा की ओर से यह कदम लोकसभा एग्जिट पोल के पूर्वानुमान के एक दिन बाद आया है, जिनके मुताबिक कांग्रेस हिंदी भाषित प्रमुख राज्यों में लाभ हासिल नहीं कर पाएगी. इसके साथ ही एग्जिट पोल के हिसाब से कांग्रेस राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपनी विधानसभा जीत को भुनाने में भी कामयाब नहीं हो पाएगी. एग्जिट पोल्स के मुताबिक भाजपा 29 लोकसभा सीटों में से ज़्यादातर जीतने में कामयाब रहेगी.
Madhya Pradesh Leader of Opposition & BJP leader Gopal Bhargava: We are sending a letter to Governor requesting an assembly session as there are a lot of issues. pic.twitter.com/CXTwNLXYOM
— ANI (@ANI) May 20, 2019
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दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस मध्यप्रदेश में 114 सीटें जीतकर, 230 सीटों वाले सदन में आधे से एक सीट कम पर ही रुक गयी थी. कांग्रेस सरकार को, जिसके स्वयं के 114 सदस्य हैं, को चार निर्दलीय, दो बसपा विधायक और एक समाजवादी पार्टी के विधायक का समर्थन प्राप्त है. जबकि भाजपा के पास 109 विधायक हैं, सरकार बनाने के लिए सिर्फ सात विधायक कम. बहुमत के लिए 116 सीटें चाहिए.
हाल ही में, बसपा प्रमुख मायावती ने राज्य में कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी, क्योंकि गुना लोकसभा सीट से उनके उम्मीदवार कांग्रेस में शामिल हो गए थे.