राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) सुप्रीमों मायावती ने राजस्थान सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने विधायकों के फोन टैपिंग को लेकर अशोक गहलोत की सरकार पर कई सवाल भी खड़े किये है। राजस्थान सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन और बसपा के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है।
राजस्थान में न हो लोकतंत्र की हत्या
मायावती ने आगे कहा कि इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठापटक व सरकार की अस्थिरता के हालात का राज्य के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेना चाहिए और राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है: मायावती, बीएसपी प्रमुख pic.twitter.com/uDf5zH6iQe
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आपको बता दें कि राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच ऑडियो क्लिप वायरल हो गयी है और इस ऑडियो क्लिप को लेकर सचिन पायलट के खेमे और अशोक गेहलोत के खेमे के बीच में जमकर ज़ुबानी जंग भी छिड़ गयी है . इस टेप का हवाला देकर कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार गिराने के लिए खरीद फरोख्त की कोशिश होने का आरोप लगाया है.
इस प्रकार राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो: मायावती, बीएसपी प्रमुख #Rajasthan
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बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज कहा है कि संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किए जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि क्या राजस्थान में परोक्ष रूप से आपातकाल नहीं लगाया जा रहा? उन्होंने कहा, ”भाजपा इस पूरे प्रकरण की सीबीआई द्वारा जांच की मांग करती है. इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.” पात्रा ने आरोप लगाया कि राजस्थान की सरकार 2018 में बनी, अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री बने, उसके बाद एक कांग्रेस पार्टी की सरकार में शीत युद्ध की स्थिति बनी रही.
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी का जो ड्रामा चल रहा है ये षड्यंत्र, झूठ-फरेब और किस तरह से कानून को ताक पर रख कर काम किया जाता है इन सबका मिश्रण है: संबित पात्रा, बीजेपी@sambitswaraj pic.twitter.com/Q1i302Tvin
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क्या आज राजस्थान में आपातकाल की स्थिति नहीं है? क्या राजस्थान में प्रत्येक व्यक्ति जिसका कोई भी सरोकार राजनीति है उसका फोन टैप किया जा रहा है क्या? हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं: संबित पात्रा, बीजेपी #RajasthanPoliticalCrisis @sambitswaraj pic.twitter.com/iq6fFyF0BX
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बता दे की राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सचिन पायलट खेमे के विधायकों को अयोग्य घोषित किए गए नोटिस के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई भी राजस्थान हाई कोर्ट में सोमवार तक के लिए स्थगित हो गयी है।