केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने आज राज्यसभा में कोरोना के बारे में जानकारी दी। कोरोना के बारे में बोलते हुए उन्होंने वैक्सीन को लेकर भी देश कि जनता को खुशखबरी दी। हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कहा, ‘अन्य देशों की तरह भारत भी वैक्सीन के लिए प्रयास कर रहा है। 3 वैक्सीन कैंडिडेट का परीक्षण अलग-अलग चरणों में है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में विशेषज्ञों का एक समूह इसे देख रहा है। हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरूआत तक भारत में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।’ साथ ही डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रकोप से निपटने के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं जिसके कारण संक्रमण से मृत्यु दर अन्य देशों की तुलना में बहुत कम है।
आज #RajyaSabha में #कोरोना पर चर्चा का जवाब देते हुए मैंने सदन को बताया कि PM श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में पूरा देश मिलकर कोरोना की लड़ाई को लड़ रहा है।
इससे पहले मैंने कोरोना की लड़ाई में जान गंवाने वाले #CoronaWarriors और उनकी माताओं को नमन् किया।#MonsoonSession pic.twitter.com/gAexBOkvZI
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) September 17, 2020
सीरम इंस्टीट्यूट ने भी शुरू किया परीक्षण।
इधर जायडस केडिला और भारत बायोटेक द्वारा विकसित किए जा रहे दो टीके परीक्षण (Vaccine Trial) का पहला चरण पूरा कर चुके हैं। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मंजूरी मिलने के बाद फिर से परीक्षण शुरू कर दिया है। कोविशिल्ड वैक्सीन उम्मीदवार की मैन्यूफेक्चरिंग में भारत भागीदार है, जिसे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के जेनर इंस्टीट्यूट और एस्ट्राजेनेका द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। पुणे की फर्म एसआईआई देश में 17 परीक्षण स्थलों पर परीक्षण कर रही है।
#WatchNow !! Discussion on the statement made by Dr Harsh Vardhan, Minister of Health & Family Welfare, regarding #COVID19 & the step taken by the Govt in Rajya Sabha #RajyaSabha #MonsoonSession @MoHFW_INDIA @PMOIndia https://t.co/QBqK6R5lcM
— DrHarshVardhanOffice (@DrHVoffice) September 17, 2020
रूस देगा भारत को स्पुतनिक-V वैक्सीन के 10 करोड़ डोज़।
गौरतलब है कि भारत की रेग्यूलेटरी अथॉरिटी की मंजूरी मिलने के बाद रूस स्पुतनिक-V वैक्सीन (Sputnik-V vaccine) की 100 मिलियन खुराक भारत की डॉ. रेड्डी की प्रयोगशालाओं को उपलब्ध कराएगा. दरअसल इस महीने रूस ने कोरोना वायरस वैक्सीन स्पुतनिक-V आम नागरिकों के लिए जारी कर दी. रूस इसे जल्द ही क्षेत्रीय आधार पर वैक्सीन की डिलिवरी करने की योजना बना चुका है. इस योजना के तहत रूस स्पूतनिक-V वैक्सीन की 100 मिलियन खुराक देने को तैयार है. हालांकि भारत की रेग्यूलेटरी की सहमति मिलनी बांकी है. यह रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी.
जुलाई-अगस्त में भारत में 300मिलियन कोरोना मामले और 5-6 मिलियन मौतों की बात कही गई थी। 135करोड़ के इस देश में हम 11लाख टेस्ट कर रहे हैं। हमसे ज्यादा कुल 5करोड़ टेस्ट अभी तक अमेरिका ने किए हैं। हम जल्द ही अमेरिका को टेस्टिंग में पीछे छोड़ देंगे : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, राज्यसभा pic.twitter.com/3PLNk3THo8
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) September 17, 2020
13 राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले- स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा में कोरोना संक्रमण के मामलों में देश की स्थिति और इससे लड़ने के लिए सरकार की रणनीति की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा हमारे देश में इस महामारी से मरने वालों की संख्या कम है और इसके प्रसार को रोकने के लिए उठाए गये कदम सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश में 13 राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं लेकिन दुनिया के अन्य देशों की तुलना में यहां स्थिति ज्यादा बेहतर है। कोरोना के कारण ज्यादातर मामले और मौतें महाराष्ट्र, आंध, प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, केरल,पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा और गुजरात से हैं।सरकार के प्रयास से कोरोना संक्रमण पर रोक लगी है। कोरोना संक्रमितों के मामले भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है।