संसद के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा के बाद गुरुवार को भारत-चीन सीमा पर जारी विवाद को लेकर राज्यसभा में बयान दिया।
- राजनाथ सिंह ने विस्तार से बताया कि चीन सीमा का सम्मान नहीं करता है, वह एलएसी को नहीं माना रहा है, लेकिन हमारी सेना पूरी तरह डटी है। जहां संयम जरूरी होता है वहां संयम और जहां शौर्य जरूरी है वहां शौर्य से काम लिया जा रहा है।
- चीन की हर हरकत पर सरकार की नजर है। बॉर्डर पर भारत ने ज्यादा इन्फ्रास्ट्र्क्चर पहुंचाया है। रक्षा मंत्री ने का, भारत तथा चीन दोनों ने औपचारिक तौर पर यह माना है कि सीमा का प्रश्न एक जटिल मुद्दा है जिसके समाधान के लिए धैर्य की आवश्यकता है तथा इस मुद्दे का समाधान, शांतिपूर्ण बातचीत के द्वारा निकाला जाए।
- रक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि हमने चीन को diplomatic तथा military channels के माध्यम से यह अवगत करा दिया, कि इस प्रकार की गतिविधियां, स्थिति को यानी status quo को एक तरफा बदलने का प्रयास है। यह भी साफ कर दिया गया कि ये प्रयास हमें किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है।
LIVE: Shri @rajnathsingh makes a statement on the developments on our borders in Ladakh in Rajya Sabha. https://t.co/E73uqQVMgR
— BJP (@BJP4India) September 17, 2020
- रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे सैनिकों ने चीन की गतिविधियों के सामने ‘सयंम’ को बनाए रखा और भारत की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए आवश्यक रूप से ‘शौर्य’ का भी प्रदर्शन किया।
- उन्होंने कहा कि चीन द्वारा सैनिकों को इकट्ठा करना 1993 और 1996 में हुए समझौतों के खिलाफ है। साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि भारत किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम किसी भी स्थिति में देश का सिर झुकने नहीं देंगे।
India prepared to deal with all contingencies: Defence Minister Rajnath Singh on #IndiaChinaStandoff #RajnathSingh #DefenceMinister #Rajyasabha #MonsoonSession pic.twitter.com/okIDlDQILu
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- चीन लद्दाख में भारत की लगभग 38 हजार वर्ग किलोमीटर भूमि पर अनाधिकृत कब्जा किए हुए है। इसके अलावा 1963 में एक तथाकथित boundary agreement के तहत पाकिस्तान ने PoK की 5880 वर्ग किमी भारतीय जमीन अवैध रूप से चीन को सौंप दी है।
- सदन इस बात से अवगत है कि भारत और चीन सीमा का प्रश्न अभी तक अनसुलझा है। भारत और चीन की बाउंड्री का कस्टमरी और ट्रेडिशनल अलाइनमेंट चीन नहीं मानता है। यह सीमा रेखा अच्छे से स्थापित भौगोलिक सिद्धांतों पर आधारित है।
फिलहाल राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित हो चुकी है। गौरतलब है कि इससे पहले राजनाथ सिंह ने लोकसभा को बताया था कि एलएसी पर शांति रखते हुए चीन के साथ वार्ता जारी है। चीन के साथ सीमा विवाद काफी जटिल मुद्दा है। एलएसी पर दोनों देशों की अलग-अलग राय है।