कोयले की भारी किल्लत के चलते रेलवे ने उठाया यह बड़ा कदम, रद्द की इतनी यात्री ट्रेनें
देश में गर्मी के बढ़ते भीषण प्रकोप से बिजली की डिमांड में काफी वृद्धि हुई है। जिसके चलते कोयले की खपत बढ़ गयी है। इस वजह से तमाम पावर प्लांट में कोयले की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में बिजली घरों में कोयले की कमी को देखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। भारतीय रेल ने पिछले कुछ हफ्तों में हर दिन कई मेल/एक्सप्रेस और यात्री ट्रेनों को कैंसिल किया है।
दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत देश के 13 राज्य बिजली संकट का सामना कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान समेत कई राज्यों में भारी बिजली कटौती की जा रही है। ऐसे में बिजली घरों में कोयले की कमी को देखते हुए। रेलवे ने इसके लिए मालगाड़ियों की संख्या में इजाफा किया है। कोयले वाली मालगाड़ियों का परिचालन बढ़ाने और समय से उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे पिछले कुछ हफ्तों से रोज मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को कैंसिल कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रेल मंत्रालय ने 24 मई तक यात्री ट्रेनों के लगभग 670 फेरों को कैंसिल करने की अधिसूचना जारी की है। इनमें 500 से अधिक लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें हैं।
कोयले की ढुलाई के लिए रेलवे ने रोजाना 415 मालगाड़ियां चलाने का वादा किया है। गुरुवार तक कोयले की ढुलाई में 405 मालगाड़ियों को लगाया जा चुका था। रोजाना 400 से ज्यादा ऐसी ट्रेनों को चलाया जा रहा है, जिनमें से प्रत्येक में लगभग 3,500 टन कोयला है।