समरकंद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद शहर में हैं. शिखर सम्मेलन से पहले पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. इस दौरान दोनों नेताओं की बातचीत का एजेंडा व्यापार और राजनीति होगा.
व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की दो दिवसीय 22वीं बैठक में भाग लेंगे. यह दो सालों में इस ब्लॉक का पहला इन-पर्सन शिखर सम्मेलन है. कोविड के बाद सभी आठ राष्ट्राध्यक्ष आमने-सामने बैठकर वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे.
भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “रूसी राष्ट्रपति पुतिन आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं. पीएम मोदी भी जा रहे हैं. हमने पहले ही घोषणा की है कि पीएम मोदी सहित समरकंद में कई बैठकें होंगी.”
इससे पहले, आधिकारिक रूसी समाचार एजेंसी TASS ने राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से कहा था, “पीएम मोदी के साथ अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे पर भी बातचीत होगी. रणनीतिक स्थिरता और एशिया प्रशांत क्षेत्र की स्थिति के मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे. बेशक, संयुक्त राष्ट्र, जी20 और एससीओ जैसे प्रमुख बहुपक्षीय प्रारूपों में सहयोग पर बात होगी.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को समरकंद के लिए रवाना हुए, उन्होंने ट्वीट किया, “एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए समरकंद, उज्बेकिस्तान के लिए प्रस्थान, जो क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर विचारों के आदान-प्रदान का गवाह बनेगा.”
प्रस्थान से पहले के अपने बयान में, पीएम मोदी ने कहा कि वह सामयिक क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के साथ-साथ समूह के भीतर बहुआयामी और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग के विस्तार और गहनता पर विचार कर रहे हैं.