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यूक्रेन पर रूस का अब तक का सबसे बड़ा हमला, कीव समेत कई शहरों में तबाही

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रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को 40 महीने से अधिक हो चुके हैं, लेकिन हालात अब भी सामान्य नहीं हो पाए हैं। ताजा घटनाक्रम में रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है, जिसमें राजधानी कीव समेत कई शहरों में भारी तबाही हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूसी सेना ने 550 ड्रोनों और 11 मिसाइलों का इस्तेमाल कर यूक्रेनी ठिकानों को निशाना बनाया। कीव में बमबारी का सिलसिला करीब सात घंटे तक चला, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम 26 लोग घायल हो गए, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है।

हमले के बाद कीव के कई जिलों में गंभीर नुकसान हुआ है। बम धमाकों के बाद पूरे शहर में सायरन गूंजने लगे, जिससे दहशत फैल गई। आपातकालीन वाहनों की नीली-लाल रोशनी रात के अंधेरे में ऊंची इमारतों पर चमकती रही और जगह-जगह मलबा बिखर गया। सड़कों पर अफरातफरी और जाम की स्थिति बन गई।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस हमले को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “यह एक कठोर रात थी।” हमले के तुरंत बाद उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से टेलीफोन पर बातचीत की और यूक्रेनी वायु सुरक्षा को मजबूत करने पर चर्चा की। जेलेंस्की ने इस बातचीत को सकारात्मक बताया और कहा कि यूक्रेन घरेलू हथियार निर्माण को बढ़ावा देने पर भी काम कर रहा है।

रूस की ओर से किए गए इस हमले में मुख्य रूप से शाहिद ड्रोनों का उपयोग किया गया। रूसी वायुसेना के अनुसार, हमलों का लक्ष्य कीव और अन्य शहरों में स्थित सैन्य उपकरण और ड्रोन निर्माण संयंत्र थे। दूसरी ओर, यूक्रेनी वायुसेना ने दावा किया कि उसने 270 से अधिक रूसी टारगेट, जिनमें दो क्रूज मिसाइलें भी शामिल थीं, को मार गिराया है। रूसी मिसाइलों और ड्रोनों का मलबा 33 से अधिक स्थानों पर गिरा, जिससे और भी तबाही हुई।

इस हमले से कुछ ही दिन पहले रूस ने अपने सबसे बड़े हवाई हमले का दावा किया था। अब तक की जानकारी के अनुसार, रूस यूक्रेन की लगभग 1,000 किलोमीटर लंबी अग्रिम पंक्ति में सेंध लगाने की कोशिश कर रहा है, जिससे यूक्रेनी सैनिकों पर भारी दबाव बना हुआ है।

यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा ने इस हमले को युद्ध के तीन सालों में अब तक की सबसे भयानक रातों में से एक बताया। वहीं वित्त मंत्री यूलिया स्विरीडेन्को ने कहा कि राजधानी में लोग जान बचाने के लिए मेट्रो स्टेशनों, बेसमेंट और भूमिगत पार्किंग में शरण ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी के बीचोंबीच सामूहिक विनाश हो रहा है और रूस की ये कार्रवाइयां आतंकवाद के दायरे में आती हैं।

जानकारी के मुताबिक, रूस ने जून महीने में ही यूक्रेनी कस्बों और शहरों पर 330 से अधिक मिसाइलें दागी हैं, जिनमें लगभग 80 बैलिस्टिक मिसाइलें थीं। हालिया हमलों ने यह साफ कर दिया है कि फिलहाल इस युद्ध के थमने के कोई संकेत नहीं हैं। अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा शांति बहाली के प्रयास जारी हैं, लेकिन जमीन पर हालात दिन-ब-दिन और गंभीर होते जा रहे हैं।

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