Manipur: आर्मी कैंप के पास बड़ा हादसा, भूस्खलन से हुई 14 लोगों की मौत
पिछले कई दिनों से मणिपुर में निरंतर बारिश हो रही है। जिसके चलते भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। बुधवार रात नोनी जिले के तुपुल रेलवे स्टेशन के पास भूस्खलन की वजह से 107 टेरिटोरियल आर्मी धंस गया। इस हादसे के बाद दर्जनों जवान मिट्टी में दब गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 14 लोगों के शव मिट्टी से बाहर निकाला जा चूका है। जबकि अभी तक 19 जवानों को रेस्क्यू किया गया है। वहीं, मलबे में लगभग 72 लोगों के फंसे होने की आशंका है। इनमें सात शव प्रादेशिक सेना के जवानों के हैं। जिसमें प्रादेशिक सेना के 43 जवान शामिल हैं।
#UPDATE Noney, Manipur | 23 people were brought out from debris of which 14 dead. More are being searched. Not confirmed how many are buried but as of now 60 people including villagers, army & railway personnel, labourers (buried): DGP P Doungel (30.06) https://t.co/xTIYrRVP4I pic.twitter.com/4d8jbVZGHy
— ANI (@ANI) June 30, 2022
पीएम मोदी ने मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह से बात कर स्थिति की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। बीरेन सिंह ने इस हादसे को लेकर एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। घायलों की मदद के लिए डॉक्टरों की एक टीम मौके पर रवाना की गई है।
Spoke to Manipur CM Shri @NBirenSingh Ji and reviewed the situation due to a tragic landslide. Assured all possible support from the Centre. I pray for the safety of all those affected.
My thoughts are with the bereaved families. May the injured recover soon.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 30, 2022
मुख्यमंत्री ने आपातकालीन बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने मारे गए लोगों के स्वजन को पांच-पांच लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। भूस्खलन के बाद बड़े पैमाने बिखरे मलबे ने इजेई नदी के बहाव को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे आसपास के निचले इलाकों में पानी भर सकता है। नोनी प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि भूस्खलन के कारण दर्जनों लोग जिंदा दफन हो गए हैं। इजेई नदी का प्रवाह भी मलबे से बाधित हो गया है। इससे जिले के निचले इलाकों में पानी भरने से स्थिति गंभीर हो सकती है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बढ़ते खतरे को देखते हुए बच्चों को नदी के आसपास नहीं जाने को कहा गया है।