कोलकाता: 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर की हत्या के बाद प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों को एक और झटका लगा है. पश्चिम बंगाल सरकार ने 11 सितंबर को 31 वर्षीय महिला के बलात्कार और हत्या पर महीने भर के ‘काम बंद’ विरोध को समाप्त करने के लिए बातचीत की शर्तों के रूप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति और लाइव प्रसारण की उनकी मांगों को अस्वीकार कर दिया.
स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने सरकार से बात करने की इच्छा व्यक्त की लेकिन सुझाव दिया कि विरोध को “राजनीतिक ताकतों” का समर्थन मिल सकता है.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रशिक्षण डॉक्टरों ने इन दावों का खंडन करते हुए उन्हें निराधार बताया और अपनी मांगें पूरी होने तक अपना विरोध जारी रखने की कसम खाई.
9 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का आग्रह किया था. 10 सितंबर को, और उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की जाएगी. हालांकि शीर्ष अदालत ने आगाह किया कि अगर लगातार काम से अनुपस्थित रहना जारी रहा तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है.