फैक्ट चेक: सोशल मीडिया पर वायरल गांजा फूंकते बच्चों का यह वीडियो हालिया दिनों का नहीं है, जानिए पूरा सच
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में केसरिया रंग के कपड़े पहने हुए कुछ बच्चे एक सिगार फूंकते हुए नज़र रहे हैं। इसी वीडियो को हालिया दिनों में सोशल मीडिया पर शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि,’ धर्म व आस्था के नाम पर ये सब। आने वाली पीढ़ियों को चौपट करने का प्लान है,बचपन से?’
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फैक्ट चेक :
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि तीन साल पुराना जिसे इन दिनों एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पड़ताल की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया।
खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो से मेल खाती एक तस्वीर ट्विटर पर Shweta Singh नामक यूजर द्वारा अप्रैल 03, 2023 को किए गए एक रिप्लाई पोस्ट में मिली। बता दें कि श्वेता ने यह रिप्लाई आईएएस सूर्य प्रताप सिंह को किया जिन्होंने भी ट्विटर पर उक्त वीडियो को वायरल क्लेम के साथ ही अपलोड किया था।
@suryapsingh_IAS is sharing a 3 year old factually incorrect/misleading news to defame India. pic.twitter.com/ZELms4qLEk
— Shweta Singh 🇮🇳 (@brand_shweta) April 3, 2023
बता दें कि उपरोक्त प्राप्त ट्वीट में वायरल वीडियो से ली गयी एक तस्वीर को अपलोड करते हुए वायरल वीडियो को तीन साल पुराना बताया गया है। इसके बाद सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें वायरल वीडियो National India News नाम के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। जिसे जुलाई 20, 2019 का बताया गया।
प्राप्त यूट्यूब के वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में लिखा गया है कि कांवड़ लाने में लीन बहुजन समाज, बच्चे पी रहे भांग धतूरा, कैसा होगा विकास!
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2019 का है। जिसे वर्तमान में भ्रम फ़ैलाने के उद्देश्य से शेयर किया जा रहा है।