फैक्ट चेक: बंगाल में CAA-NRC के विरोध में हुए प्रदर्शन का वीडियो हालिया दिनों में भ्रामक दावे के साथ हुआ वायरल
TMC शासित प्रदेश पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक 31 वर्षीय ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की वारदात हुई जिसके विरोध में पूरे प्रदेश व देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक जनसभा का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जनसभा में बड़ी मात्रा में लोग एकत्रित हुए हैं। यह जनसभा एक समुदाय विशेष के व्यक्ति द्वारा संबोधित की जा रही है, जहां वह व्यक्ति पीएम मोदी को ललकारते हुए कहता है कि “तुमने इस जंग को शुरू कर दिया है, खतम हम करेंगे, तुमने जो लड़ाई का ऐलान किया है हमें तुम्हारा युद्ध कबूल है”
इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल का है, जहां समुदाय विशेष के लोगों ने ‘ऐलान-ए-जंग की शुरुआत कर दी है।
फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि “कान खोल कर इस वीडियो को देख और सुन लो हमारे सनातनी साथियों। बंगाल की धरती से ऐलान ए जंग शुरू हो गई। अब कहाँ जाना है क्या करना है इस पर भी हजार बार विचार करना होगा। जागो और जगाओ। “
फेसबुक के वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को देखने पर हमें इसके पुराने होने का शक हुआ। जिसके बाद हमने गूगल पर अपनी पड़ताल की। सबसे पहले हमने गौर किया कि जनसभा को संबोधित कर रहे व्यक्ति के पीछे लगे पोस्टर में CAA-NRC लिखा हुआ था। इसलिए हमें लगा कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं। सच्चाई जानने के लिए वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल लेंस के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो King Khan नामक फेसबुक पेज पर मिला। जिसे जनवरी 27, 2020 को अपलोड किया।
उपरोक्त प्राप्त पोस्ट में वायरल वीडियो के कैप्शन में जानकारी देते हुए बताया गया है कि वायरल वीडियो में जनसभा को संबोधित करने वाला व्यक्ति मौलाना जरजिस अंसारी हैं। बता दें कि यह कार्यक्रम सीएए-एनपीआर-एनआरसी के खिलाफ आयोजित विरोध प्रदर्शन का था।
उपरोक्त मिली जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ संबंधित कीवर्ड्स के आधार पर हमने खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो AL Zkir नामक यूट्यूब चैनल पर मिला, जिस जनवरी 30, 2020 को अपलोड किया गया था।
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2020 के दौरान का है। जिसे मौजूदा दिनों में गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।