राजधानी दिल्ली की सुबह आज बेहद डरावनी रही क्योंकि सुबह 5.36 बजे दिल्ली और आस-पास के इलाकों में 4.0 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप के झटके पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए, जिसका केंद्र दिल्ली में सिर्फ 5 किलोमीटर की गरहाई पर था.
EQ of M: 4.0, On: 17/02/2025 05:36:55 IST, Lat: 28.59 N, Long: 77.16 E, Depth: 5 Km, Location: New Delhi, Delhi.
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भूकंप का केंद्र धौला कुआं में दुर्गाबाई देशमुख कॉलेज ऑफ स्पेशल एजुकेशन के पास था. झील के पास स्थित इस इलाके में पहले भी छोटे भूकंप आ चुके हैं, जिसमें 2015 में आया 3.3 तीव्रता का भूकंप भी शामिल है.
दिल्ली में आए भूकंप के झटके को संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, “दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. सभी से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने तथा संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया गया है. अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं.”
भूवैज्ञानिकों बताते हैं कि दिल्ली हिमालय के करीब स्थित है. हिमालय के करीब होने के कारण दिल्ली एक ‘भूकंपीय क्षेत्र’ माना जाता है. हिमालय भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से बना है, जिसके कारण इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते हैं. दिल्ली में कई भ्रंश रेखाएं( Fault Lines) हैं, जो पृथ्वी की सतह में दरारें हैं. जब इन भ्रंश रेखाओं के साथ तनाव जमा होता है, तो भूकंप आ सकता है. दिल्ली में आज आया भूकंप इन भ्रंश रेखाओं में आया तनाव ही हो सकता है. इसके अलावा दिल्ली की मिट्टी रेतीली और जलोढ़ है, जो भूकंप के दौरान अस्थिर हो सकती है और इमारतों को नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए कहा जाता है कि दिल्ली में यदि तेज भूकंप आया, तो भारी नुकसान हो सकता है.
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