14 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (फ्लाइट AI171) हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 274 हो गई है। इसमें विमान में सवार 241 यात्री और क्रू सदस्य शामिल हैं, जबकि हादसे के वक्त जमीन पर मौजूद 33 लोगों की भी जान चली गई। शनिवार को एयर इंडिया के सीईओ और एमडी कैम्पबेल विल्सन ने बयान जारी करते हुए बताया कि टाटा संस और एयर इंडिया मिलकर मृतकों के परिवारों को ₹1.25 करोड़ से अधिक की आर्थिक सहायता देंगे। इसमें टाटा संस की ओर से ₹1 करोड़ और एयर इंडिया की ओर से ₹25 लाख की अंतरिम राहत शामिल है।
एयर इंडिया ने अपने आधिकारिक एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल पर जानकारी दी कि “हम मृतकों के परिवारों और जीवित बचे व्यक्ति को ₹25 लाख की अंतरिम सहायता देंगे।” इसके साथ ही एयर इंडिया ने यह भी कहा है कि हादसे में घायल लोगों का पूरा इलाज कंपनी की ओर से कराया जाएगा। इसमें बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्र भी शामिल हैं, जो विमान दुर्घटना के असर क्षेत्र में मौजूद थे।
Message from Campbell Wilson, CEO & MD, Air India. pic.twitter.com/o1wQnReCaG
— Air India (@airindia) June 14, 2025
कैम्पबेल विल्सन ने आश्वासन दिया कि हादसे की जांच में कंपनी पूरी तरह से सहयोग करेगी और पीड़ित परिवारों को लंबे समय तक समर्थन देगी। उन्होंने कहा, “हमें पता है कि जांच में समय लगेगा, लेकिन हम पूरी पारदर्शिता के साथ प्रक्रिया में साथ रहेंगे।” इधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की गुजरात शाखा ने टाटा संस के चेयरमैन को पत्र लिखकर मेडिकल छात्रों को आर्थिक और मानवीय मदद देने की मांग की है, जो इस हादसे में प्रभावित हुए हैं।
इस बीच, विमान हादसे की असली वजह जानने के लिए जांच चल रही है। विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जिसे फिलहाल विमानन अधिकारियों द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है।
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