भारत में कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर इजाफा देखने को मिल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में देशभर में कोविड-19 के 391 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,755 हो गई है। इस दौरान चार मरीजों की मौत भी हुई है।
मौत के ये चार मामले मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु से सामने आए हैं। मरने वालों में एक 45 वर्षीय महिला भी शामिल है, जो 9 महीने की गर्भवती थी। बाकी तीन मरीज बुजुर्ग थे और उन्हें पहले से थायरॉयड और सांस से जुड़ी बीमारियां थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस बार कोरोना के मामलों में तेजी नए वेरिएंट्स की वजह से देखी जा रही है। इनमें LF.7, XFG, JN.1 और हाल ही में सामने आया नया सबवेरिएंट NB.1.8.1 शामिल हैं।
22 मई से अब तक सक्रिय केसों की संख्या में तेज़ उछाल आया है। जहां 22 मई को केवल 257 एक्टिव केस थे, वहीं अब यह संख्या 5,000 से ज्यादा हो चुकी है। सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य केरल है। इसके बाद दिल्ली, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में भी तेजी से केस सामने आ रहे हैं। कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। सरकार ने मेडिकल ऑक्सीजन, जरूरी दवाओं और अस्पतालों में सुविधाओं को तैयार रखने का निर्देश दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 और वायरल फीवर के लक्षण काफी मिलते-जुलते हैं, जैसे बुखार और थकान, इसलिए सही जांच और इलाज जरूरी है। बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग ज्यादा सतर्क रहें। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोते रहने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। नए वेरिएंट्स के चलते संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि हम सभी सावधानी बरतें और लक्षण दिखने पर समय पर डॉक्टर से सलाह लें।
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