जम्मू-कश्मीर की रहने वाली माव्या सूदन राजौरी जिले से भारतीय वायु सेना में पहली महिला फाइटर पायलट बनकर राज्य का नाम रोशन किया है। माव्या जम्मू-कश्मीर की पहली ऐसी महिला हैं, जिन्हें वायुसेना में महिला फाइटर पायलट बनने का गौरव हासिल हुआ है। 23 साल की माव्या देश की 12वीं और राजौरी की पहली महिला फाइटर पायलट हैं।
हैदराबाद में डुंडिगल वायुसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड में लिया भाग।
माव्या सूदन ने तेलंगाना के हैदराबाद में डुंडिगल वायुसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड में भाग लेकर अपने देश, राज्य और जिले का नाम रौशन किया है। आपको बता दें कि पासिंग आउट परेड में माव्या ही इकलौती ऐसी महिला फाइटर पायलट थीं जिसने ये उपलब्धि हासिल की है।
Mawya Sudan from Jammu & Kashmir's Lamberi village becomes 1st woman fighter pilot in Indian Air Force from Rajouri district. "She has reached here because of her hard work. We're proud of her. Parents should support their daughters, they can do anything," her parents said(20.06) pic.twitter.com/eXYqUOmSEQ
— ANI (@ANI) June 20, 2021
23 साल की मावय ने यहाँ से पूरी की है पढ़ाई, 2020 में पास की थी प्रवेश परीक्षा।
23 वर्षीय माव्या ने चंडीगढ़ के डीएवी से कॉलेज से राजनीति विज्ञान से स्नातक किया था। इसके पहले माव्या ने जम्मू के कार्मल कान्वेंट स्कूल में अपनी शिक्षा हासिल की है। माव्या ने वर्ष 2020 में भारतीय वायुसेना की प्रवेश परीक्षा पास की थी।
बचपन से ही थी एयरफोर्स में जाने की ललक – माव्या की बहन तान्या सूदन।
माव्या की बहन तान्या सूदन ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी ही बहिन की उपलब्धि पर कहा कि माव्या को बचपन से ही भारतीय वायु सेना में शामिल लड़ाकू विमान उड़ाने का शौक था।और ये सपना आईएएफ की महिला फाइटर पायलट के रूप में तैनाती के बाद साकार हो चूका है। इतना ही नहीं तान्या ने आगे बताया कि उनकी बहन की ये दिली तमन्ना थी कि वह लड़ाकू विमान उड़ाकर देश का नाम रोशन करे। तान्या ने ये भी बताया कि माव्या बचपन से पढ़ाई में काफी होशियार थीं।
"I'm incredibly proud of my younger sister. This was her dream since childhood.This is just the beginning. Everyone is treating her like their own daughter; we're receiving positive messages from across country. It's an inspiring story for everyone," said her sister Manyata Sudan pic.twitter.com/peuypw2GZa
— ANI (@ANI) June 20, 2021
मावय के पिता हुए ख़ुशी से भावुक।
माव्या के पिता विनोद सूडान ने बेटी की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व महसूस हो रहा है। अब वह सिर्फ हमारी बेटी नहीं, बल्कि इस देश की बेटी है। हमें लगातार बधाई संदेश मिल रहे हैं।
माँ ने कही ये बात।
वहीं, माव्या की मां सुषमा सूदन ने कहा कि मुझे खुशी है कि उसने इतनी मेहनत की है और अपना लक्ष्य हासिल किया है। उसने हमें गर्व महसूस कराया है। दादी पुष्पा देवी ने भी पोती पर प्यार बरसाते हुए कहा कि खबर से गांव के सभी लोग खुश हैं।