कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हरिद्वार ने अपने सभी जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं. हरिद्वार से लगती उत्तर प्रदेश की सीमाएं भी आज बंद रहेगी।
बता दें कि जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने यह सख्त फैसला लिया था. यहां तक कि सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालु गंगा घाट पर डुबकी भी नहीं लगा पाए . प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए इस पर पाबंदी लगाईं हुई है।
उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक़ कोरोना वायरस महामारी के चलते सोमवती अमावस्या स्नान को भी स्थगित किया गया है। पुलिस ने सभी श्रृधालुओं से अनुरोध किया है कि इस वर्ष हरिद्वार स्नान करने ना पहुंचे और साथ ही पुलिस प्रशासन का सहयोग करे। पुलिस ने बताया कि 19 और 20 जुलाई (आज) सोमवती अमावस्या के दौरान हरिद्वार जिले की समस्त सीमाएं पूरी तरीके से सील रहेगी।
सोमवती अमावस्या पर हर की पैड़ी पर स्नान पूर्णत प्रतिबंधित रहा। पुलिस ने बताया कि बाहरी प्रदेशों से यदि कोई व्यक्ति हरिद्वार पहुंचता है तो नियमानुसार 14 दिन का निवार्य इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन किए जाने का प्रावधान भी है। नियमों का उल्लंघन करने पर हरिद्वार पुलिस द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम के अन्तर्गत कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
Border of Haridwar district with adjoining state of Uttar Pradesh has been sealed from today till 20th July in view of #COVID19 cases. Taking dip in rivers/bathing at ghats will not be allowed on 'Somvati Amavasya': Senthil Avoodai K Raj, SSP #Haridwar, Uttarakhand
— ANI (@ANI) July 18, 2020
वही प्रयागराज में सोमवती अमावस्या के अवसर पर भक्तों ने संगम घाट में आस्था की डुबकी लगाईं।
#Prayagraj: Devotees take holy dip at Sangam Ghat on the occasion of Somvati Amavasya. pic.twitter.com/66qRdiTHEf
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) July 20, 2020
कावड़ यात्रा पर भी लगाईं थी रोक –
कुछ दिन पहले कांवड़ यात्रा को लेकर भी हरिद्वार सरकार ने ऐसा ही आदेश सुनाया था. उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगाते हुए निर्देश दिया था कि यात्री गंगा नदी से जल नहीं उठा सकेंगे. सावन महीने में कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया. आदेश में यह भी कहा गया कि कोई कांवड़ियां चोरी-छिपे हरिद्वार आता है तो उसे 14 दिन के लिए क्वारनटीन कर दिया जाएगा. यह भी कहा गया कि क्वारनटीन का खर्च उसी व्यक्ति को उठाना पड़ेगा. सरकार ने ऐसे लोगों को हरिद्वार न आने की सलाह दी.