नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के हंगामे के बीच अब कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण और बजट को लेकर सरकार से नाराज विपक्ष के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के कमरे में बैठक की. इस बैठक में कुल 13 विपक्षी दलों ने खरगे की अगुवाई में हिस्सा लिया. जिनमें डीएमके, टीएमसी, सपा, जेडीयू, शिवसेना, सीपीएम, सीपीआई, एनसीपी, आईयूएमएल, एनसी, आप, केरल कांग्रेस शामिल हैं.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय एवं डेरेक ओब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, द्रमुक की कनिमोई, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के संजय राउत और कुछ अन्य दलों के नेता मौजूद थे.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सभी पार्टियों के नेताओं ने मिलकर एक फैसला लिया है कि आर्थिक दृष्टि से देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसे सदन में उठाना है इसलिए हमने एक नोटिस दिया था। हम इस नोटिस पर चर्चा चाहते थे लेकिन जब भी हम नोटिस देते हैं तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैंकों पर जोर देते हुए कहा, हमने तय किया कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा LIC में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है. लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने से कंपनी के शेयर्स गिर गए हैं. LIC, SBI सहित अन्य सरकारी संस्थानों में जो लोगों का पैसा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाए.