भारत की भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती आज, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
देश में आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई जा रही है। इस दौरान कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसी क्रम में भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम ने एक ट्वीट में कहा, ”पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।” बता दें कि इंदिरा गांधी कांग्रेस पार्टी से पहले 1966 से 1977 तक और फिर 1980 से 1984 हत्या तक प्रधानमंत्री रहीं।
On her birth anniversary, tributes to Smt. Indira Gandhi, India’s former Prime Minister.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 19, 2023
इसी क्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर शक्ति स्थल पर श्रद्धांजलि दी।
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर शक्ति स्थल पर श्रद्धांजलि दी। pic.twitter.com/DcqHBr4Bl8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 19, 2023
गौरतलब है कि 19 नवंबर 1917 को इंदिरा गांधी का जन्म हुआ था। पिता जवाहरलाल नेहरू और दादा मोतीलाल नेहरू इस समय देश के स्वतंत्रता आंदोलन की लड़ाई लड़ रहे थे। दादा ने ही इंदिरा गांधी को उनका नाम दिया जो आगे चलकर आयरन लेडी के नाम से मशहूर हुईं। इंदिरा गांधी के फैसले लेने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें ‘दुर्गा’ शब्द से संबोधित किया था।
फौलादी हौसले वाली इंदिरा गांधी ने लगातार तीन बार और कुल चार बार देश की बागडोर संभाली। सियासत की माहिर इंदिरा के कुड फैसले विवादित भी रहे। प्रधानमंत्री के रूप में उनकी सिफारिश पर देश में लगाए गए आपातकाल को उन्हीं फैसलों में गिना जाता हैं, जिसकी वजह से उन्हें अपनी सत्ता से भी हाथ धोना पड़ा और एक अन्य विवादित फैसला उनकी मौत की वजह बना। जून 1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सैन्य कार्रवाई की कीमत उन्हें अपने सिख अंगरक्षकों के हाथों जान गंवाकर चुकानी पड़ी।