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बर्ड फ्लू: केरल में आपदा घोषित, यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्य अलर्ट पर, मंदसौर में 15 दिन के लिए चिकन दुकान और पॉल्ट्री फार्म बंद

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कोरोना महामारी के बीच एक और मुसीबत जिससे भारत का लगभग हर प्रदेश इस वक़्त झूझ रहा है वो है बर्ड फ्लू, जिसने देश में पहले से व्याप्त डर को और बढ़ा दिया है। बर्ड फ्लू यानी एवियन इन्फ्लूएंजा उन राज्यों पर दोहरी मार है जो पहले से ही कोरोना से जूझ रहे हैं। बता दे गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और केरल को बर्ड फ्लू ने अपनी चपेट में ले लिया है। इन राज्यों में बड़ी संख्या में कौओं और अन्य पक्षी मरे हुए पाए गए हैं।

क्या है एवियन इन्फ्लूएंजा ?

एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) वायरस का एक सबटाइप है जो खास तौर से पक्षियों के जरिये फैलता है। यह बीमारी पक्षियों के बीच बहुत तेजी से फैलती है और अत्यंत घातक हो सकती है। पक्षियों से ये बीमारी इंसानों में भी फैलती है। बता दे इस वायरस की पहचान पहली बार 1996 में चीन में की गई थी। एशियाई H5N1 मनुष्यों में पहली बार 1997 में पाया गया जब हांगकांग में एक पोल्ट्री फॉर्म की मुर्गियां संक्रमित हो गई थीं।

कोरोना वायरस महामारी के बीच राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, केरल और गुजरात में बर्ड फ्लू अब बड़ा खतरा बनता जा रहा है। इन राज्यों में अब तक सैकड़ों पक्षियों की मौत हो चुकी है। इसके बाद से यहां की राज्य सरकारों ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। एवियन इंफ्लूएंजा वायरस के बढ़ते प्रकोप देखते हुए केरल सरकार ने इसे आपदा घोषित कर दिया है। वहीं, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक, झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर अलर्ट पर हैं।

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केंद्र सरकार ने जारी किया अलर्ट।

केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि जिन इलाकों में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौतें हो रही हैं, वहां से सैंपल लेने की जरूरत है। अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में फ्लू के लक्षणों वाले लोगों की पहचान करने के लिए अभियान भी शुरू किया है। इतना ही नहीं राज्य सरकारों ने उन क्षेत्रों में कुछ प्रतिबंध लागू करने के भी आदेश दिए हैं जहां पक्षियों की मौत के मामले सामने आए हैं। ऐसी जगहों पर एक किलोमीटर के भीतर अगर कोई पोल्ट्री फॉर्म ​मौजूद है तो उसे भी नष्ट किया जा सकता है।

किन राज्यों में कितने पक्षियों की मौत।

केरल में अब तक 1700 बतखों की मौत हो चुकी है। राजस्थान के झालावाड़, कोटा समेत 16 जिलों में अब तक 625 पक्षी जान गंवा चुके हैं। मध्य प्रदेश के मंदसौर में करीब 100, इंदौर में 142, मालवा में 112 और खरगोन जिले में 13 कौवों की मौत हो गई। वहीं, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पौंग झील अभयारण्य में अब तक 2739 प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की मौत के बाद स्थानीय प्रशासन ने मुर्गिंयों, बतखों और अंडों की बिक्री पर रोक लगा दी है। केरल के अलपुझा और कोट्टायम जिलों में बडे़ पैमाने पर मंगलवार को संक्रमित पक्षियों को मारने का अभियान शुरू हो गया है। यहां पर करीब 50 हजार पक्षियों को मारा जाएगा। वहीं, हरियाणा के पंचकूला जिले में 15 दिनों में दो लाख मुर्गियों की मौत हो चुकी है।

मध्यप्रदेश : इंदौर के बाद मंदसौर पहुंचा बर्ड फ्लू, चिकन शॉप ओर पॉल्ट्री फार्म 15 दिन के लिए बंद

मध्य प्रदेश के मंदसौर में प्रशासन ने मंगलवार को चिकन और अंडे बेचने वाली दुकानों को 15 दिनों के लिए बंद रखने का आदेश दिया है। यहां कौवों में बर्ड फ्लू का पता चलने के बाद अधिकारी सतर्क हुए और इस बारे में उपाय किए गए हैं। मंदसौर में अब तक 100 कौओं की मौत की खबर है।

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