नई दिल्ली: दिल्ली के स्कूलों को निशाना बनाने की बम की धमकी की जांच के बीच, दिल्ली पुलिस ने जनता से व्हाट्सएप के जरिए गलत सूचना फैलाने से बचने की अपील की है. पुलिस ने मंच पर प्रसारित होने वाले झूठे संदेशों, विशेष रूप से स्कूलों में संदिग्ध वस्तुओं की खोज का आरोप लगाने वाली ऑडियो रिकॉर्डिंग के प्रति आगाह किया है.
दिल्ली पुलिस ने कहा, “व्हाट्सएप और अन्य चैट ग्रुपों पर कुछ ऑडियो संदेश भेजे जा रहे हैं कि कुछ स्कूलों में कुछ संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं. ये संदेश झूठे हैं और इनमें कोई सच्चाई नहीं है. मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि कृपया आगे बताएं कि ये झूठे संदेश हैं.”
इससे पहले बीते दिन दिल्ली के कुछ स्कूलों को मिली बम की धमकियों के मद्देनजर दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने एडवाइजरी जारी की थी. एडवाइजरी में लिखा है कि “अगर कुछ भी अवांछित देखा जाता है, तो इसकी सूचना तुरंत संबंधित DDE (जिला/जोन) और दिल्ली पुलिस को दी जानी चाहिए. स्कूल प्राधिकारियों को समय रहते अभिभावकों और संबंधित कानून प्रवर्तन प्राधिकारियों को किसी भी बाधा उत्पन्न करने वाले खतरे या चुनौती की स्थिति में छात्रों की सुरक्षा के संबंध में उचित उपाय शुरू करने के लिए सूचित करना चाहिए.”
बता दें कि, बुधवार सुबह 100 से ज्यादा स्कूलों में बम की खबर के बाद राजधानी और एनसीआर के स्कूलों में अफरा-तफरी मच गई. सभी स्कूलों में बड़ी संख्या में बम निरोधक दस्ते की मदद से तलाशी अभियान चलाया गया. बच्चों को आनन-फानन में अपने घर वापस भेज दिया गया. लंबी जांच के बाद इन्हें हॉक्स कॉल करार दे दिया गया. जांच के दौरान पता चला कि जिस आईपी एड्रस से यह मेल 100 से ज्यादा स्कूलों को भेजा गया था, वो रूस का था.