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फैक्ट चेक: बिहार सरकार ने नहीं की दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द, वायरल दावा गलत है

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सोशल मीडिया पे नितीश कुमार की बिहार सरकार से जुड़ा एक दावा वायरल हो रहा है। दावा किया गया कि बिहार सरकार ने दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। लोगो ने नितीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की यह कदम मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए उठाया गया है।

एक फेसबुक यूजर ने इस शेयर करते हुए लिखा, “बिहार सरकार द्वारा “दुर्गा पूजा दिवाली और छठ पूजा” की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं आप क्या कहना चाहेंगे इस पर किसको खुश कर रहे हैं नीतीश जी ???

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

इसे फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया गया |

फैक्ट चेक

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल दावा भ्रामक है। छुट्टियों को ख़त्म नहीं बल्कि कम किया गया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले कुछ सम्बंधित कीवर्ड्स  माध्यम से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमे न्यूज़ एजेंसी एएनआई की 30 अगस्त की एक ट्वीट मिली।  इसके मुताबिक “बिहार शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में सितंबर से दिसंबर तक त्योहारों के दौरान छुट्टियों की संख्या 23 से घटाकर 11 कर दी है। इसमें कही भी छुट्टियाँ रद्द कर देने की बात नहीं कही गयी।  इसके अलावा ट्वीट के साथ बिहार के शिक्षा विभाग का एक सरकारी आदेश भी पोस्ट किया गया।

आगे हमे पड़ताल मे हिंदुस्तान और अमर उजाला की 30 अगस्त की न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिसमे की स्कूल की छुट्टियों में कटौती की बात की गयी है ।  रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिहार सरकार ने एक अहम फैसले के तहत इस साल सितंबर से दिसंबर तक की सरकारी स्कूलों की छुट्टियों को संशोधित किया है। अभी से दिसंबर तक की 23 होती थी जिसे घटा कर 11 कर दिया गया है।  पहले, दुर्गा पूजा के लिए 6 दिन की छुट्टी होती थी, जिससे घटा कर 3 दिन कर दिया गया है।  दिवाली से लेकर छठ तक 13 नवंबर से 21 नवंबर तक कुल 9 दिनों की छुट्टियां थीं, लेकिन छुट्टियों की संख्या घटाकर 4 कर दी गई है। दिवाली के दिन 12 नवंबर को छुट्टी रहेगी।

रिपोर्ट्स के अनुसार शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में न्यूनतम 200 कार्य दिवस और माध्यमिक विद्यालयों में न्यूनतम 220 कार्य दिवस होनी चाहिए।  इसे सुनिश्चित करने के लिए कई छुट्टियां कम कर दी गई हैं।

अमर उजाला

हमारी पड़ताल में हमने पाया की बिहार सरकार ने सिर्फ स्कूल की छुट्टियों में कटौती की है ताकि अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार प्राथमिक  विद्यालयों के न्यूनतम कार्य दिवस को सुनिश्चित किया जा सके। छुट्टियों को ख़त्म नहीं बल्कि कम किया गया है