सोशल मीडिया पर एक संदेश यानी (मैसेज) इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि पंजाब के तीन भाजपा विधायक पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
फेसबुक पर एक यूज़र ने इस कैप्शन के साथ इस पोस्ट को साझा किया है – “बड़ी खबर पंजाब में भाजपा के तीन विधायक कांग्रेस में शामिल पंजाब सम्पूर्ण रूप से भाजपा मुक्त हो गया।”
अंग्रेजी में ट्रांसलेशन – (Translation: All three MLAs from BJP in Punjab have now joined Congress. Punjab is now BJP free)
यहाँ उपरोक्त पोस्ट का लिंक दिया गया है। यहाँ, यहाँ और यहाँ ऐसे ही पोस्ट आप देख सकते है।
हमें ट्विटर पर भी यही संदेश मिला।
इस पोस्ट का लिंक आप यहाँ देख सकते है। ऐसे ही पोस्ट आप यहाँ, यहाँ और यहाँ देख सकते है।
फैक्ट चेक :
न्यूज़ मोबाइल ने इस पोस्ट की जांच की और पाया कि ये फेक है।
सबसे पहले, हमने इससे संबंधित समाचार रिपोर्टों की तलाश की, लेकिन हमे ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमे ये दावा किया गया हो कि पंजाब में बीजेपी के MLA ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया हो।
इसके बाद हमने पंजाब असेंबली वेबसाइट की जाँच की और पाया कि राज्य में केवल दो भाजपा विधायक हैं। न की तीन, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है।
हमने Elections.in पर 2017 पंजाब विधानसभा चुनाव परिणाम की भी जांच की और पाया कि चुनाव जीतने वाले भाजपा के तीन उम्मीदवार थे – फगवाड़ा से सोमप्रकाश, सुजानपुर से दिनेश सिंह और अबोहर से अरुण नारंग।
हालाँकि, सोम प्रकाश ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद उन्होंने होशियारपुर से 2019 के लोकसभा चुनावों में चुनाव लड़ा था। इसके बाद, 21 अक्टूबर, 2019 को फगवाड़ा सीट पर उपचुनाव हुए, जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार बलविंदर सिंह धालीवाल ने भाजपा के उम्मीदवार राजेश बाघा को हराया। जिसके परिणामस्वरूप, पंजाब विधानसभा में भाजपा का कुल प्रतिनिधित्व कुल 117 विधायकों में से 2 विधायकों का ही रह गया है।
इसलिए, उपरोक्त जानकारी से, यह स्पष्ट है कि पंजाब में भाजपा के विधायकों द्वारा पार्टी छोड़ने का वायरल दावा गलत है।
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