नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अन्य विश्व नेताओं के साथ COP28 विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन के लिए दुबई में एकत्र हुए. शुक्रवार को शिखर सम्मेलन शुरू होने पर नेताओं ने पारंपरिक ‘फैमिली फोटो’ के लिए पोज दिया. वहीं दुबई में COP28 उच्च-स्तरीय खंड में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2028 में भारत में COP33 की मेजबानी करने का प्रस्ताव रखा है.
HoS/HoG के लिए COP28 उच्च-स्तरीय खंड के उद्घाटन पर PM मोदी ने कहा, “भारत जलवायु परिवर्तन प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क के प्रति प्रतिबद्ध है. इसीलिए इस मंच से, मैं 2028 में भारत में COP33 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का प्रस्ताव रखता हूं.”
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीओपी28 में जॉर्डन के राजा से मुलाकात की. पीएम मोदी ने मुलाकात की तस्वीरों को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘COP28 में जॉर्डन के महामहिम राजा अब्दुल्ला द्वितीय से मिलकर खुशी हुई. हमारी चर्चाएं समृद्ध और दोनों देशों की गहरी दोस्ती को प्रतिबिंबित करती रही. हम अपने संबंधों को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं.’
HoS/HoG के लिए COP28 उच्च-स्तरीय खंड के उद्घाटन पर PM मोदी ने कहा, “मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं कि मेरे द्वारा उठाए गए क्लाइमेट जस्टिस, क्लाइमेट फाइनेंस और ग्रीन क्रेडिट जैसे विषयों को आपने निरंतर समर्थन दिया है. हम सभी के प्रयासों से यह विश्वास बढ़ा है कि विश्व कल्याण के लिए सबके हितों की रक्षा आवश्यक है, सबकी भागीदारी आवश्यक है.”
PM मोदी ने कहा, “आज भारत ने दुनिया के सामने इकोलॉजी और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है. भारत में दुनिया की 17% आबादी रहती है, इसके बावजूद वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में इसका योगदान 4% से कम है. भारत दुनिया की उन कुछ अर्थव्यवस्थाओं में से एक है जो NDC लक्ष्यों को पूरा करने की राह पर है.”