पाकिस्तान में हिंदुओं और भारतीय इतिहास से जुड़े प्रतीकों को निशाना बनाने और उन्ही सब को तोड़ने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी क्रम में ताज़ा घटनाक्रम है पकिस्तान के लाहौर से । दरअसल अब यहाँ मशहूर लाहौर किले में स्थापित महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति पर शुक्रवार को एक बार फिर हमला किया गया है। आरोप है कि यह हमला देश में प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक कट्टर इस्लामिक संगठन ने किया है।
तीसरी बार हुआ है हमला।
गौरतलब है कि इसी मूर्ति पर किया गया यह तीसरा हमला है। रिपोर्ट्स का दावा है कि हमला TLP के लोगों ने किया है। हालांकि, कथित तौर पर वहां मौजूद लोगों ने शख्स को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
कौन है TLP ?
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पाकिस्तान की एक राजनीति पार्टी है। 2015 में इस पार्टी का गठन किया गया था, लेकिन पिछले साल इसपर प्रतिबंध लगा दिया गया ।
देखे वीडियो –
सामने आए सोशल मीडिया वीडियोज में दिखाया गया है कि संदिग्ध हमलावर ने हाथ से ही मूर्ति पर हमला किया और इसके पैर और दूसरे हिस्से तोड़ दिए। हालांकि, जब तक वह ज्यादा नुकसान पहुंचाता, दूसरे लोग आ गए और उसे रोक दिया गया।
Vandalism in Lahore of the statue of Maharaja Ranjit Singh Ji, the great unifier of India, has to be strongly condemned. This act which attempts to erase the shared history of the subcontinent shows how extremist ideologies feel emboldened in our volatile neighbourhood. pic.twitter.com/aI2wN3QGbe
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 17, 2021
कुछ ऐसी है मूर्ति, हमलावर ने लगाए नारे भी।
बता दे इस हमले के दौरान हमलावर ने रणजीत सिंह के खिलाफ नारे भी लगाए। गौरतलब है कि कांस्य से बनी इस 9 फीट की मूर्ति में रणजीत सिंह घोड़े पर बैठे हैं और उनके हाथ में तलवार है। वह सिखों के परिधान में बैठे दिखते हैं। इस मूर्ति को जून 2019 में लगाया गया था।