देश में जानलेवा कोरोना वायरस की दूसरी प्रकोप के बाद अब देश की चिंता कोरोना के नए वैरिएंट ने बढ़ा दी है। दुनिया एक तरफ कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से निपट ही रही थी कि अब डेल्टा प्लस वेरिएंट परेशानी का सबब बन चूका है। जानकारी के मुताबिक देश में ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट के अबतक 40 मामले दर्ज किए गए है। और तो और ज्यादातर केस महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु से सामने आए हैं। इसके अलावा डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले मध्य प्रदेश में भी हैं। बता दे भारत के अलावा नौ और देशों में डेल्टा प्लस वेरिएंट का पता चल चूका है।
भारत में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट के 40 मामले रिपोर्ट किए गए हैं, ज्य़ादातर मामले महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल और तमिलनाडु के हैं। ये अभी भी वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट है: सरकारी सूत्र #COVID19 #DeltaPlusVariant #DeltaPlus pic.twitter.com/TcRrKdLcQQ
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) June 23, 2021
किन किन देशों में है ‘डेल्टा प्लस’
कोरोना वायरस का ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट भारत के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में मिल चूका है। भारत के अलावा नौ और देश इसकी चपेट में आ चके है। इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय ने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया के बारे में एक परामर्श जारी किया है कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल को इस मुद्दे पर पहल की शुरुआत करनी चाहिए।
मेडिकल विशेषज्ञों ने कहा यह है ‘वेरियंट ऑफ कंसर्न’।
मेडिकल विशेषज्ञों (Medical Expert) का कहना है कि डेल्टा प्लस ‘वेरियंट ऑफ कंसर्न’ है, जिसके लिए राज्य सरकारों को अभी से कमर कस लेनी चाहिए।
सबसे बड़ा खतरा है डेल्टा वेरिएंट: फाउची
व्हाइट हाउस के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी फाउची ने इस वैरिएंट को लेकर आगाह किया है कि कोरोना वायरस का बेहद संक्रामक वेरिएंट ‘डेल्टा’ महामारी का सफाया करने के अमेरिका के प्रयासों के लिए सबसे बड़ा खतरा है। फाउची ने कहा कि अमेरिका में सामने आने वाले कोविड-19 के नए मामलों में से 20 फीसदी से अधिक में संक्रमण की वजह डेल्टा वेरिएंट है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि दो हफ्ते पहले तक नए मामलों में से दस फीसदी में यह वेरिएंट पाया गया था।