उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में झकझोर देने वाले गैंगरेप और हत्या जैसी वारदात के पीड़ित परिवार से आज राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) की सदस्य चंद्रमुखी बदायूं मिलने पहुंची थी। यहां उन्होंने परिवार वालों से बातचीत की और घटना की बारे में जानकारी ली। लेकिन इस बीच उन्होंने मदद की बात तो की मगर एक ऐसा बयान दे दिया जिसकी शायद कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।
क्या कहा चंद्रमुखी ने ?
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) की सदस्य चंद्रमुखी ने कहा किअगर महिला शाम को अकेले बाहर नहीं जाती तो ये घटना नहीं हुई होती। चंद्रमुखी ने कहा कि किसी के प्रभाव में महिला को कहीं नहीं जाना चाहिये और शाम को तो बिल्कुल नहीं।
राष्ट्रीय महिला आयोग चंद्रमुखी जी बदायूं रेप पीड़िता के घर पहुंची, परिवार से बातचीत कर जानकारी ली और घर से बाहर निकल कर महिलाओं को "क्या खूब" सीख दे दी। चंद्रमुखी जी की सीख "किसी के प्रभाव में महिला को कहीं नहीं जाना चाहिए और शाम को तो बिल्कुल नहीं"#BadaunHorror#बदायूं_हैवानियत pic.twitter.com/2Cpno9ScTV
— Ankit Gupta (@ReporterAnkitG) January 7, 2021
देवी ने ये भी कहा कि, “किसी महिला को किसी के प्रभाव में बेसमय बाहर नहीं जाना चाहिए। मुझे लगता है कि अगर वह शाम को बाहर नहीं गई होती, या उसके साथ परिवार का कोई सदस्य होता, तो इसे रोका जा सकता था।” देवी ने यह भी कहा कि वह घटना में पुलिस की भूमिका से संतुष्ट नहीं थीं। उन्होंने अपने दौरे के बाद कहा, “अगर पुलिस ने मामले में तेज़ी दिखाई होती, तो शायद वे पीड़िता को बचा सकते थे.”।
आयोग की चेयरपर्सन ने दी सफाई।
बता दे विवाद शुरू होने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने ट्वीट कर सफाई दी। शर्मा ने कहा- नहीं, मैं इसका समर्थन नहीं करती। मुझे नहीं पता कि कैसे और क्यों आयोग की सदस्य ने ये कहा लेकिन किसी भी महिला को अपनी मर्जी से कभी भी और कहीं भी जाने का पूरा अधिकार है। जगहों को महिलाओं के लिए सुरक्षित रखना समाज और राज्य की जिम्मेदारी है।
No I don't..I don't know how and why the member has said this but women have all the right move on their will whenever and wherever they want to. It's society and state's duty to make places safe for women. https://t.co/WlG2DWs20G
— Rekha Sharma (@sharmarekha) January 7, 2021
बदायूं में की थी बर्बरता की सारी हदें पार।
बता दे ये सामूहिक दुष्कर्म की ये घटना तब हुई जब 3 जनवरी की शाम को 50 वर्षीय महिला पूजा-अर्चना के लिए मंदिर गई थी। उस दौरान वहां मौजूद महंत सत्यनारायण, उनका चेला वेदराम और ड्राइवर जसपाल ने महिला के साथ गैंगरेप किया और उसके बाद हत्या कर शव को पीड़िता के घर के सामने फेंककर फरार हो गए। इतना ही नहीं सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने महिला के प्राइवेट पार्ट्स में रोड दाल दी। उसकी पसली और पैर दोनों तोड़ दिए। बर्बरता का आलम ये था कि महिला की मौत ज़्यादा खून बहने की वजह से हो गई थी।
इसके बाद परिजनों ने जब इसकी जानकारी दी तो पुलिस ने महिला की कुएं में गिरने से मौत होने की बात कहकर गैंगरेप की घटना को झुठला दिया। अब इधर पुलिस की कार्रवाई में अबतक दो की गिरफ्तारी की गई है। वहीं, मुख्य आरोपी महंत अभी भी फरार है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। यही नहीं उस पर पचास हजार का इनाम भी घोषित किया गया है।