दिल्ली सीएम केजरीवाल समेत 9 विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी को लिखी चिट्टी, दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की हुई गिरफ़्तारी को लेकर लिखी गयी चिठ्ठी
आबकारी नीति मामले को लेकर दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की हुई गिरफ़्तारी को लेकर आज रविवार को विपक्षी नेताओं पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी। दिल्ली सीएम अरविन्द केरजीवाल उत्तर प्रदेश पूर्व सीएम अखिलेश यादव समेत 9 विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी। चिट्ठी में विपक्ष ने सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग करने की बात कहते हुए BJP की निंदा की है।
आबकारी नीति मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर अरविंद केजरीवाल समेत विपक्ष के 9 नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि कार्रवाई से यह प्रतीत होता है कि "हम एक लोकतंत्र से निरंकुशता में परिवर्तित हो गए हैं।" pic.twitter.com/T7MHcDEbyM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 5, 2023
चिट्ठी में कहा गया है कि इस बात से आप में सहमत होंगे कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। विपक्ष के नेताओं के खिलाफ जिस तरह से केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, उन कार्रवाई से ऐसा प्रतीत होता है कि हम एक लोकतंत्र से तानाशाही की ओर बढ़ रहे हैं। पत्र में कहा गया कि 26 फरवरी 2023 को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनके खिलाफ सबूतों के बिना कथित अनियमितता के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। सिसोदिया के खिलाफ लगाए गए आरोप स्पष्ट रूप से निराधार हैं और एक राजनीतिक साजिश की तरह लगते हैं।
चिट्ठी में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा पर भी निशाना साधा गया है। पत्र में लिखा गया है कि विपक्ष के जो नेता भाजपा में शामिल हो जाते हैं, उनके खिलाफ जांच धीमी गति से होती है। इसके साथ ही पत्र में राज्यपाल कार्यालय पर चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकारों के काम में दखल देने का आरोप भी लगाया गया है। कहा गया है कि राज्यपाल केंद्र और राज्यों के बीच बढ़ती दरार का कारण बन रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने दावा किया है कि केंद्रीय एजेंसियों की छवि खराब हो रही है।
चिट्ठी लिखने वाले विपक्षी नेता
- भगवंत मान (आप)
- तेजस्वी यादव (राजद)
- फारूक अब्दुल्ला (जेकेएनसी)
- शरद पवार (एनसीपी)
- उद्धव ठाकरे (शिवसेना, यूबीटी)
- अखिलेश यादव (सपा)
- अरविंद केजरीवाल (आप)
- के. चंद्रशेखर राव (बीआरएस)
- ममता बनर्जी (तृणमूल कांगेस)